नई दिल्ली. शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) की गिनती दुनिया के सबसे धाकड़ बल्लेबाजों में होती है. वो जब पूरे रंग में होते हैं तो फिर गेंदबाजों की खैर नहीं. वनडे में सबसे तेज शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज होने की उपलब्धि उनके नाम ही दर्ज है. अफरीदी ने 1996 में श्रीलंका के खिलाफ महज 37 गेंद में शतक ठोका था. वो वनडे में ऐसी कई यादगार पारियां खेल चुके हैं.
इसमें से एक भारत के खिलाफ आज ही के दिन यानी 15 अप्रैल 2005 को उन्होंने खेली थी. कानपुर के ग्रीन पार्क में हुए इस मुकाबले में अफरीदी का तूफान 46 गेंद में 102 रन की पारी खेलने के बाद थमा था. अफरीदी ने अपनी इस पारी में 10 चौके और 9 छ्क्के लगाए थे. यानी 94 रन तो सिर्फ बाउंड्री से आए और बाकी 8 रन उन्होंने दौड़कर बनाए थे. यह आज भी वनडे में भारत के खिलाफ किसी भी बल्लेबाज का सबसे तेज शतक है.
इस मैच में भारत के कप्तान राहुल द्रविड़ ने टॉस जीकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था और टीम इंडिया ने 50 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 249 रन बनाए थे. भारत के लिए कप्तान द्रविड़ ने सबसे अधिक 115 गेंद में 86 रन बनाए थे. वहीं, मोहम्मद कैफ ने भी 88 गेंद में 78 रन की पारी खेली थी. जवाब में पाकिस्तान के लिए पारी की शुरुआत करते हुए अफरीदी ने बल्ले से ऐसा कहर बरपाया कि पाकिस्तान ने यह मुकाबला 43वें ओवर में 5 विकेट से जीत लिया था.
अफरीदी ने चौके-छक्कों से 94 रन बनाए
अफरीदी ने पहले 15 ओवर में ही मैच भारत से छीन लिया था. उन्होंने सलमान बट के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 131 रन जोड़े थे. इसमें से अकेले 102 रन तो अफरीदी के बल्ले से निकले थे. उन्होंने इसके लिए सिर्फ 46 गेंद खेली थी. अफरीदी की यह पारी कितनी आतिशी थी, अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उन्होंने 10 चौके और 9 छक्के लगाए थे और 221.73 के स्ट्राइक रेट से 102 रन बनाए थे. उन्हें हरभजन सिंह ने आउट किया था.
डिविलियर्स के नाम है वनडे का सबसे तेज शतक
पाकिस्तान के लिए अफरीदी के अलावा शोएब मलिक ने 60 गेंद में 41 रन बनाए थे. भारत के लिए अनिल कुंबले ने दो, जबकि हरभजन सिंह, सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने एक-एक विकेट झटके थे. अफरीदी को इस पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था. हालांकि, 2015 में दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स ने वनडे का सबसे तेज शतक ठोका था. उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ महज 31 गेंद में सेंचुरी पूरी की थी.