11.5 C
London
Friday, May 10, 2024
Home Blog Page 513

UP में 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी ओवैसी की AIMIM, राजभर की पार्टी के साथ गठबंधन

हैदराबाद. ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को कहा कि वे उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस चुनाव में उनकी पार्टी ओम प्रकाश राजभर के मोर्चे के साथ चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाएगी.

ओवैसी ने कहा, ‘हमने आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है. पार्टी ने चुनावी उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. हम चुनाव में ओम प्रकाश राजभर की भागीदारी संकल्प मोर्चा के साथ चुनाव में उतरेंगे.’

गौरतलब है कि पिछले साल बिहार विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम ने सीमांचल में पांच सीटें जीती थीं. इसके बाद इसी साल मई में संपन्न पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भी ओवैसी की पार्टी ने वहां अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, हालांकि उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी.

भूतिया गिफ्ट के शक में महिला को जमकर पीटा, मौत के बाद भारी बवाल

पन्ना. पन्ना में शनिवार शाम जमकर बवाल हुआ. एक तरफ महिला के शव को सड़क पर रख गांववालों ने प्रदर्शन किया, तो वहीं पुलिस ने उनको उठाने के लिए लाठीचार्ज किया. इसके बाद ग्रामीणों ने उन पर पत्थर बरसाए. जैसे-तैसे मामला शांत हो सका. सारा घटनाक्रम अंधविश्वास को लेकर हुआ.

बता दें, शनिवार की रात ग्रामीण धीरे-धीरे अमानगंज थाने के सामने जमा होना शुरू हुए. वे अपने साथ एक महिला का शव भी लाए थे. गांववालों ने पुलिसवालों से कहा कि महिला की हत्या हुई है इसलिए आरोपियों पर धारा 307 हत्या का मामला कायम किया जाए. उन्होंने पुलिस को दो आरोपियों के नाम भी बताए. पुलिस जब आनाकानी करने लगी तो गांववालों ने पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी भी की. विवाद धीरे-धीरे बढ़ने लगा.

पुलिस के समझाने पर भी नहीं माने

इधर, बवाल की सूचना मिलते ही SDOP रक्षपाल सिंह यादव अमानगंज थाना पहुंचे और मामले को शांत करने की कोशिश की. इसके बाद मृतक महिला के परिजनों से आवेदन मांगा गया. आवेदन में आरोपियों की जानकारी देने को कहा गया. इसके बाद थोड़ देर तक तो परिजन शांत रहे, लेकिन वे सड़क पर शव लेकर बैठे रहे. फिर पता नहीं क्या हुआ सभी ने मिलकर पुलिस थाने के सामने वाली पन्ना-कटनी स्टेट हाईवे मुख्य मार्ग पर किया चक्काजाम मुख्य सड़क पर चक्का जाम कर दिया गया. पुलिस ने उन्हें समझाया तो भी नहीं माने. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. जवाब में ग्रामीणों ने जवानों पर पत्थर बरसाए.

अंधविश्वास बना मौत की वजह

दरअसल, 22 जून की रात करीब 10 बजे अमानगंज पुलिस थाना क्षेत्र के ग्राम चौका में रहने वाली घसुटिया बाई चौधरी और उसके पिता चिधियां चौधरी को गांव के राम प्रसाद प्रजापति, धर्मदास प्रजापति और मस्तराम प्रजापति ने बंधक बनाया और जमकर पीटा. उनका कहना था कि शादी के बाद बहू को घसुटिया ने जो गिफ्ट दिया उसमें भूत-प्रेत हैं. जैसे ही घसुटिया के परिवार वालों को इसकी जानकारी लगी तो उन्होंने भी मौके पर आकर मारपीट की. इस बीच दोनों के विवाद सूचना मिलते ही अमानगंज पुलिस तुरंत वहां पहुंची और घायलों को अमानगंज अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से मारपीट का मामला दर्ज कर लिया. लेकिन, 26 जून को घसुटिया बाई की इलाज के दौरान मौत हो गई. सूचना मिलते ही परिजन सैकड़ों ग्रामीणों के साथ पुलिस थाना अमानगंज में जुट गए और बवाल मचा दिया. दरअसल, 22 जून की रात करीब 10 बजे

भाजपा में मचा हड़कंप,BJP के 38 नेता अपने 3000 कार्यकर्ताओं के साथ टीएमसी में हुए शामिल

पश्चिम बंगाल ( West Bengal ) में विधानसभा चुनाव होने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी के अंदर भगदड़ मची हुई है. लगातार स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं के पार्टी छोड़कर भागने की तस्वीरें सामने आई रही हैं. बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले जिस तेजी से टीएमसी ( TMC ) छोड़कर तमाम नेता और कार्यकर्ता बीजेपी ( BJP ) में आए थे, अब उसी तेजी से बीजेपी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में लौट रहे हैं. रविवार को आसनसोल में भी करीब 38 स्थानीय नेता अपने 3000 के लगभग समर्थकों के साथ टीएमसी में शामिल हुए हैं.

आसनसोल रविंद्र भवन में भाजपा बुद्धिजीवी सेल के डॉक्टर देवाशीष सरकार, जिला सचिव मदन मोहन चौबे समेत 38 नेताओं ने 3 हजार समर्थकों के साथ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया. राज्य के मंत्री मलय घटक, नगर निगम के चेयरपर्सन अमरनाथ चटर्जी, बोर्ड सदस्य अभिजीत घटक, ब्लॉक अध्यक्ष गुरदास चटर्जी ने झंडा थमाकर सभी को तृणमूल कांग्रेस में शामिल कराया. इससे पहले गुरुवार को बीरभूम जिले में भारतीय जनता पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने वापस टीएमसी की सदस्यता ली. जबकि बुधवार को भी करीब 4000 बीजेपी कार्यकर्ता टीएमसी में शामिल हुए थे. बीरभूम जिले के मयूरेश्वर में करीब चार हजार बीजेपी कर्मियों ने टीएमसी की सदस्यता ली.

इस दौरान इन बीजेपी कर्मियों ने हाथों में तुलसी पत्ता, दूब घास और धान लेकर बकायदा शपथ पाठ किया कि इसके बाद वह कभी भी टीएमसी छोड़कर नहीं जाएंगे और अगर जाते हैं तो जो भी सजा दी जाएगी, उसे वह लोग नतमस्तक होकर लेंगे. इससे एक दिन पहले हुगली के खाना कुल में सिर मुंडवा कर सैकड़ों लोग बीजेपी छोड़कर टीएमसी में आए थे.

आपको बता दें कि इसी महीने पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक बड़ा झटका देते हुए अखिल भारतीय उपाध्यक्ष और विधायक मुकुल रॉय ने घर वापसी करते हुए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ज्वाइन की थी. तृणमूल छोड़कर भगवा ब्रिगेड में शामिल होने के लगभग चार साल बाद रॉय दो हफ्ते पहले अपने बेटे सुभ्रांशु रॉय के साथ एक बार फिर से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे.

स्वयंवर रचाने के लिए Arshi Khan को मिल रही हैं बहुत मोटी रकम

टीवी शो बिग बॉस 11′ और ‘बिग बॉस 14’ में नजर आ चुकी हैं अर्शी खान (Arshi Khan)  इन दिनों एक बार फिर चर्चा में आ गई हैं । दरअसल, अर्शी (Arshi) एक बार फिर छोटे पर्दे पर नजर आएंगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक अर्शी खान (Arshi Khan) का स्वयंवर होने जा रहा है। इन दिनों अर्शी अपने स्वयंवर शो की तैयारी में लगी हुई हैं। 

टीवी पर स्वयंवर शो ‘आएंगे तेरे सजना’ (Ayenge Tere Sajna) में नजर आएंगी। वहीं खबर है कि इस स्वयंवर शो के लिए अर्शी खान को मोटी रकम दी जा रही है? एक रिपोर्ट के मुताबिक अर्शी खान को 7 करोड़ रुपये दिए जा रहे हैं। बीके दिनों खबर थी कि अर्शी के इस स्वयंवर को राहुल महाजन होस्ट करते दिखाई देंगे। बता दें राहुल महाजन खुद अपने स्वयंवर का हिस्सा रह चुके हैं। 

बीते दिनों एक इंटरव्यू में अर्शी खान ने कहा था कि वह चाहती हैं कि उनके स्वयंवर में सलमान खान उनके लिए दूल्हा ढूंढने में मदद करें। अर्शी ने कहा था, ‘मुझे लगता है कि सलमान साहब को शो में दूल्हा ढूंढने में मेरी मदद करनी चाहिए। एक वही हैं जिन्होंने मुझे ग्रो करने और सक्सेस पाने में मदद की है। बिग बॉस के घर में उन्होंने मुझे जिंदगी भर की सीख दी।’

वैसे बता दें कि अर्शी खान को स्वयंवर के लिए शहनाज गिल (Shehnaaz Gill) से भी ज्यादा फीस दी जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘बिग बॉस 13’ के बाद जब शहनाज गिल ने स्वयंवर शो ‘मुझसे शादी करोगे’ किया था तो उसके लिए उन्हें 1.5 करोड़ रुपये दिए गए थे। 

हालांकि तब ऐसी खबरें भी थीं कि शहनाज गिल के पिता इतनी कम रकम से नाखुश थे और उन्होंने शहनाज को वह शो करने से मना किया था। लोग अर्शी (Arshi) के स्वयंवर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सभी दर्शक एक बार फिर अर्शी को पर्दे पर देखना चाहते हैं

ऐसा क्या हुआ कि बहू को देखकर बेहोश हो गई सास, होश आते ही निकाला बाहर

बिहार के सासाराम में एक ऐसी अनोखी शादी हुई है जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। यहां एक लड़के ने किन्नर से शादी कर ली। शादी के बाद जब बहू अपने ससुराल पहुंची तो लड़के की मां उसे देखकर बेहोश हो गई। जब उसे होश आया तो उन्हें यह शादी मंजूर नहीं थी। समाज वालों के चलते उन्होंने दोनों को घर से निकाल दिया।

यह मामला सासाराम जिले के करगहर का है। यहां किन्नर से शादी करने वाले युवक के घर में बवाल मच गया है। बताया जा रहा है कि करगहर का गोलू पहले एक नाच पार्टी में काम करता था। इस दौरान उसे पानापुर की रहने वाली किन्नर नंदनी से प्यार हो गया। दोनों ने साथ जीने की ठानी और शादी कर ली।

शादी के बाद गोलू अपनी किन्नर पत्नी नंदनी के साथ करगहर के ही एक किराए के मकान में रह रहा था। परिवार वालों को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने दबाव बनाकर बेटे को किन्नर बहू से अलग करने की कोशिश की। बात नहीं बनी तो वे उसे समझा बुझाकर अपने घर ले आए।

वहीं जब नंदनी को इसकी जानकारी मिली तो वह गोलू को ढूंढते हुए उसके घर पहुंच गई। यहां किन्नर बहू को देखकर सास बेहोश हो गई। स्थिति तब और बिगड़ गई जब नंदिनी पानी छिड़ककर सास को होश में लाने की कोशिश करने लगी। ये नजारा देखकर लोग अपने घर वापस जाने लगे। सास को जैसे ही होश आया उसने घर की लोकलाज के चलते बहू को घर से बाहर निकाल दिया। दोनों पति-पत्नी करीबी रिश्तेदार के घर चले गए हैं।

बंगाल में ‘खेला होबे’ के बाद अब ‘दीदी एबार दिल्ली चलो’ की गूंज, ‘बंगाली पीएम’ की उठ रही हैं मांग, वीडियो हुआ वायरल

बंगाल के विभिन्न इलाकों में टीएमसी की ओर से बंगाली प्रधानमंत्री की मांग पर पोस्टर लगने शुरू हो गए हैं.

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव ( West Bengal Assembly Election) प्रचार के दौरान ‘खेला होबे’ (Khela Hobe) गाने की जमकर धूम मची थी. 200 सीटों पर जीत के साथ बंगाल में बीजेपी (BJP) की सरकार बनाने का सपना ममता बनर्जी के ‘खेला होबे’ ने चकनाचूर कर दिया था और विधानसभा चुनाव के बाद तीसरी बार बंगाल की सीएम बनने वाली ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) ने अब एक नया नारा उछाला है और वीडियो जमकर वायरल (Video Viral) हो रहा है. उस वीडियो के गाने के बोल हैं.. ‘ दीदी एबार दिल्ली चलो’ (Didi Ebar Delhi Chalo) यानी दिल्ली इस बार दिल्ली चलो. इसके साथ ही बंगाल के विभिन्न इलाकों में पोस्टर साटे जा रहे हैं, जिनमें ‘बंगाली पीएम’ की मांग उठ रही है.

बता दें पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ‘खेला होबे, खेला होबे’ का जमकर शोर मचा था. हिंदी में इसका अर्थ होता है ‘खेल होगा, खेल होगा’. यह गाना और राजनीतिक नारा ने चुनावी बाजार में जमकर धूम मचाया था और राजनीतिक सभाओं से लेकर हर जगह यह सुनाई देता था और बंगाल में फिर से ममता बनर्जी के सत्ता में वापसी के बाद यह नारा बीजेपी विरोध के नारे के रूप में तब्दील हो गया है.अब उत्तर प्रदेश चुनाव के पहले वहां भी इस नारे की गूंज सुनाई दे रही है.

बंगाली पीएम की टीएमसी उठा रही है आवाज

दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की जीत के बाद से ममता बनर्जी को देश का अगले पीएम कैंडिड्स के रूप में पेश करने की तैयारी चल रही है. इस बाबत बंगाल के विभिन्न इलाकों में पोस्टर में लगाए गए हैं, जिन पर लिखा है, ‘एबार बंगाली प्रधानमंत्री चाई’ यानी इस पर बंगाली प्रधानमंत्री चाहिए. विधानसभा चुनाव में बीजेपी की कड़ी टक्कर के बावजूद जिस तरह से टीएमसी ने ममता बनर्जी के नेतृत्व में 213 सीटों पर जीत हासिल की है. उससे ममता बनर्जी और उनकी पार्टी का आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है और टीएमसी ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर पार्टी ने राजनीतिक रूप से अपने को मजबूत बनाना शुरू कर दिया है. पार्टी के एमपी और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया है, तो बीजेपी से टीएमसी में घर वापसी किए मुकुल रॉय को भी पार्टी में अहम जिम्मेदारी दी जा रही है. पार्टी ने राष्ट्रीय स्तर प्रचार और प्रसार की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है.

गाने के बनाए जा रहे हैं कॉलर ट्यून और रिंग टोन

साल 2024 की चुनावी रणनीति के तहत पार्टी छात्र और युवाओं पर फोकस कर रही है. इस बार छात्र संगठन को मजबूत करने के लिए एक नया गीत बनाया गया है. यह गीत ममता बनर्जी और अभिषेक बंद्योपाध्याय को सामने रख कर बनाया गया है. जिस तरह से उनके नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में सामने से चुनाव लड़ा गया है. इस गीत में उसका उल्लेख किया गया है और ममता बनर्जी को देश की अगले पीएम के रूप में पेश करते हुए दिल्ली चलो की बात कही गई है. वीडियो को विभिन्न वाट्सऐप्प ग्रुप पर भेजा जा रहा है और जल्द ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया भी इसे लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है. आम लोगों तक पहुंचने के लिए इसके कॉलर ट्यून, रिंगटोन बनाए जा रहे हैं.

सोशल मीडिया को टीएमसी कर रही है मजबूत

दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता बढ़ाने की योजना बनाई है. इसमें सोशल मीडिया एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है. बीजेपी के आईटी सेल से मुकाबले के लिए समानांतर प्लेटफार्म बनाया जा रहा है. प्रत्येक जिले में यह टीम काम करेगी. उन्हें टीम से प्रशिक्षण दिया जाएगा. 2024 से पहले की सियासी जंग में तृणमूल कांग्रेस सोशल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल करने योजना बना रही है.

जन्नत जुबैर ने दिए रोते हुए एक्सप्रेशन, फैन्स ने कहा ऐसे ही नहीं तुम 1 नंबर हो

नई दिल्ली : जन्नत जुबैर टीवी की एक मशहूर एक्ट्रेस हैं, जिन्होंने बहुत ही कम उम्र में सफलता हासिल कर ली है. जन्नत के वीडियो उनके फैन्स के बीच बहुत पॉपुलर हैं, जिस वजह से आये दिन एक्ट्रेस भी उनके लिए कोई न कोई पोस्ट साझा करती रहती हैं. इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए जन्नत जुबैर ने अपना एक लेटेस्ट वीडियो शेयर किया है, जिसे उनके फैन्स खासा पसंद कर रहे हैं. जन्नत जुबैर इस वीडियो में बुरी तरह रोते हुए देखी जा सकती हैं.

दरअसल, जन्नत जुबैर ने यह वीडियो अपने इंस्टाग्राम रील के लिए बनाया है. वीडियो में एक्ट्रेस की जबरदस्त एक्टिंग देखने को मिल रही है, जो उनके फैन्स को भी काफी इम्प्रेस कर रही है. जन्नत ने रोने वाले फिल्टर के साथ इस वीडियो को बनाया है, जिसे देख ऐसा लग रहा है कि वे असल में रो रही हैं. जन्नत ने वीडियो के साथ दिल इमोजी बनाया है. जन्नत जुबैर के इस वीडियो पर फैन्स तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं. एक ने पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा है, ‘ये गाना…उफ्फ आपके एक्सप्रेशन’. तो वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा है, ‘यूं ही नहीं आप नंबर वन हैं’. जन्नत के इस वीडियो को 5 लाख से भी ज्यादा लाइक्स आ गए हैं.

इससे पहले जन्नत जुबैर का एक और वीडियो काफी वायरल हुआ था, जिसमें वे ‘पगला पगली 2′ गाने पर बहुत ही क्यूट एक्सप्रेशन देती दिखी थीं. उनके इस वीडियो को भी लोगों ने खूब पसंद किया था. बता दें, जन्नत जुबैर टीवी की जानी-मानी एक्ट्रेस हैं, जिन्हें सबसे पहले कलर्स के शो ‘फुलवा’ में देखा गया था. इसमें वे बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नजर आई थीं.

AIMIM से गठबंधन की ख़बरों पर भड़की मायावती, ट्वीट कर किया खंडन

लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022(UP Assembly Election 2022) को लेकर सूबे के सभी दल रणनीति बनाने में लगे हुए हैं. इस बीच कई राजनीतिक दलों के बीच सियासी गठजोड़ की खबरें चर्चा में हैं. वहीं, इस दौरान यूपी में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) और बसपा (BSP) के एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने की खबर से सियासी भूचाल आ गया. बसपा सुप्रीमो और यूपी की पूर्व सीएम मायावती (Mayawati) इन कयासों को झूठा करार देते हुए साफ किया है कि उत्तर प्रदेश और उत्तरांखड के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी अकेले मैदान में उतरेगी. किसी के साथ गठबंधन का कोई सवाल नहीं है.

इसके अलावा मायावती ने कहा,’मीडिया के एक न्यूज़ चैनल में कल से यह खबर प्रसारित की जा रही है कि यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव में औवेसी की पार्टी और बीएसपी एक साथ मिलकर लड़ेगी. यह खबर पूर्णतः गलत, भ्रामक और तथ्यहीन है. इसमें रत्तीभर भी सच्चाई नहीं है. बीएसपी इसका जोरदार खंडन करती है.’

सतीश चन्द्र मिश्र को दी बड़ी जिम्‍मेदारी
बसपा सुपीमो ने आज कई ट्वीट किए हैं.इस दौरान उन्‍होंने लिखा, ‘ वैसे इस सम्बन्ध में पार्टी द्वारा फिर से यह स्पष्ट किया जाता है कि पंजाब को छोड़कर, यूपी और उत्तराखंड प्रदेश में अगले वर्ष के प्रारंभ में होने वाला विधानसभा का यह आम चुनाव बीएसपी किसी भी पार्टी के साथ कोई भी गठबन्धन करके नहीं लड़ेगी अर्थात् अकेले ही लड़ेगी.’ जबकि एक अन्‍य ट्वीट में लिखा,’ बीएसपी के बारे में इस किस्म की मनगढ़न्त और भ्रमित करने वाली खबरों को खास ध्यान में रखकर ही अब बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद सतीश चन्द्र मिश्र को बीएसपी मीडिया सेल का राष्ट्रीय कोओर्डिनेटर बना दिया गया है.

मीडिया से की ये अपील
वहीं, यूपी की पूर्व सीएम ने मीडिया से भी यह अपील है कि वे बहुजन समाज पार्टी और पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष आदि के सम्बन्ध में इस किस्म की भ्रमित करने वाली अन्य कोई भी गलत खबर लिखने, दिखाने व छापने से पहले सतीश चन्द्र मिश्र से उस सम्बंध में सही जानकारी जरूर प्राप्त कर लें.

बता दें कि मायावती ने विधानसभा चुनाव से पहले यूपी और उत्‍तराखंड में संगठन को दुरुस्त करने की कवायद तेज कर दी है. इस वक्‍त वह खुद प्रत्येक मंडल की समीक्षा कर रही हैं. वहीं, मुख्य सेक्टर प्रभारियों को इस महीने के अंत तक बूथ स्तर तक संगठन को दुरस्त करने को कहा गया है, ताकि अगले दो महीनों में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी जाएं. वैसे बसपा सुप्रीमो मायावती ने 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी में समाजवादी पार्टी से गठबंधन किया था. हालांकि चुनाव के कुछ महीने बाद ही बुआ और भतीजे अखिलेश यादव की जोड़ी टूट गई थी.

बीजेपी MLA ने अपनी ही पार्टी नेता मेनका गांधी को बताया घटिया कहा शर्मिंदा हूं कि वह

लखनऊ/ जबलपुरः पशु चिकित्सक से अभद्रता के मामले में मध्य प्रदेश के बीजेपी विधायक अजय विश्नोई के सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद मेनका गांधी पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने भाषा की मर्यादा लांघते हुए मेनका गांधी को घटिया करार दिया। जिसके बाद उनके इस ट्वीट ने बवाल मचा दिया है। 

भाजपा विधायक ने ट्वीट में लिखा कि विगत दिवस सांसद श्रीमती मेनका गांधी ने पशुचिकित्सक डॉ विकाश शर्मा से जिन शब्दों में बात की, उससे वेटरनरी कॉलेज जबलपुर घटिया सिद्ध नहीं हो जाता है, परंतु यह जरूर सिद्ध हो जाता है कि मेनका गांधी निहायत ही घटिया महिला है। मैं शर्मिंदा हूँ कि ये मेरी पार्टी की सांसद है। 

बता दें कि अब तक इस पोस्ट पर 399 लोगों ने जहां रि-पोस्ट किया। वहीं 443 लोगों ने उनकी इस टिप्पणी को पसंद किया है। विधायक ने लिखा है कि विगत दिवस सांसद मेनका गांधी ने पशुचिकित्सक डॉक्टर विकास शर्मा से जिन शब्दों में बात की, उससे वेटरनरी कॉलेज जबलपुर घटिया सिद्ध नहीं हो जाता है। परंतु यह जरूर सिद्ध हो जाता है कि मेनका गांधी निहायत ही घटिया महिला हैं।

ये है पूरा मामला?
पिछले दिनों नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के वेटनरी डॉक्टर विकास शर्मा से बातचीत के दौरान बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने पूरे वेटनरी कॉलेज को घटिया कहा था।  उससे जबलपुर में उनके खिलाफ जमकर आक्रोश दिख रहा है। अब अजय विश्नोई के इस ट्वीट से मध्य प्रदेश की राजनीति उफान पर है।

ओवैसी ने किया यूपी में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुसलमीन (एआईएमआईएम) 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पार्टी के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने ट्विटर पर घोषणा करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश, हम आ रहे हैं”। रिपोर्टों के अनुसार, AIMIM द्वारा राज्य के पश्चिमी, मध्य और पूर्वी क्षेत्र में मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की संभावना है। राज्य पार्टी अध्यक्ष शौकत अली ने एक बयान में कहा, “हमारा एक ही एजेंडा है, जो मुसलमानों का विकास है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम दूसरों के विरोधी हैं। हमने उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है, और हम अच्छे उम्मीदवार चाहते हैं, जरूरी नहीं कि केवल मुसलमान ही हों। ”

बिहार में सफलता के बाद AIMIM की नजर उत्तर प्रदेश पर: AIMIM ने 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में भी चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे केवल 0.2 प्रतिशत वोट मिले थे। यूपी में हाल ही में संपन्न पंचायत चुनाव में उसका प्रदर्शन अच्छा था, और पार्टी द्वारा समर्थित 24 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। हालांकि, पिछले साल नवंबर में हुए बिहार चुनावों में एआईएमआईएम की शानदार शुरुआत ने उसके आत्मविश्वास को बढ़ाया है। बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा और उसने मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में पांच सीटें – अमौर, कोचाधामन, जोकीहाट, बैसी और बहादुरगंज में जीत हासिल की

बसपा से गठबंधन करने अगले महीने लखनऊ आ रहे हैं ओवैसी: बिहार में, एआईएमआईएम ने चुनाव में 20 उम्मीदवार खड़े किए थे और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी के साथ ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट में शामिल हो गए थे।

बिहार के प्रदर्शन से उत्साहित ओवैसी पिछले साल दिसंबर में लखनऊ पहुंचे और भाजपा के पूर्व सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर से मुलाकात की। बैठक के बाद, उन्होंने घोषणा की कि एआईएमआईएम राजभर के नेतृत्व में यूपी में छोटे दलों के गठबंधन, भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल होगी।

बसपा के साथ उनकी पार्टी के गठबंधन की अटकलें तेज हैं। जानकारी है कि मायावती और असदुद्दीन ओवैसी लगातार संपर्क में हैं। AIMIM के बसपा के साथ गठबंधन को औपचारिक रूप देने के लिए अगले महीने ओवैसी के लखनऊ आने की संभावना है।