दहेज लेना गैरकानूनी है, ये जानते हुए भी यह कुप्रथा आज भी देश के कई इलाकों में खुलेआम निभाई जा रही है। हमारे सामने कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिसमें शादी के बाद भी दुल्हन पर उसके ससुराल वाले दहेज के दबाव डालते हैं। लेकिन हाल ही में मध्य प्रदेश से एक उल्टा ही मामला सामने आया है जिसने सभी को हैरान कर दिया। यहां, शादी के बाद दहेज में मिला सामान न लेने की वजह से दुल्हन ने ससुराल जाने से ही इनकार कर दिया। वह तीन महीने से अपने मायके में ही बैठी हुई है।
दहेज न लेने से पत्नी हुई नाराज
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित पॉश इलाका अरेरा कॉलोनी में रहने वाले दंपत्ति की शादी 14 फरवरी, 2021 को हुई थी। शादी में लड़की वालों ने दूल्हे को एक कार और कई कीमती सामान दिए, हालांकि लड़की के ससुराल वालों ने सामान ले जाने से मना कर दिया। अब लड़के की पत्नी इस जिद पर अड़ गई है कि वह दहेज में मिला सामान को स्वीकार कर अपने घर ले आए। इसी जिद में युवती तीन महीने से अपने मायके में बैठी है।
पत्नी को लाने के लिए कोर्ट पहुंचा शख्स
अब नाराज पत्नी को घर लाने के लिए पति ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पति ने हिंदू मैरिज एक्ट की धारा 9 के तहत परिवाद दायर किया है, जिस पर कोर्ट में सुनवाई जारी है। पति ने दलील दी कि उसके घर पर सामान रखने की जगह नहीं है, और उसने अपनी पत्नी को भी समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है। वहीं, लड़की और उसके घर वालों का कहना है कि वह अपने दामाद को दहेज नहीं बल्कि अपनी खुशी से सामान दे रहे हैं।
काउंसलर ने करवाया समझौता
लड़की वालों ने कहा कि उनकी एक ही बेटी है और उनका अरमान था की शादी में सभी तरह के सामान दिए जाए। उन्होंने बताया कि दमाद की तरफ से भी कोई डिमांड नहीं की गई थी। हालांकि दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद काउंसलर ने परिवार वालों के बीच समझौता करा दिया। काउंसलर ने लड़के को समझाया कि ससुराल से मिले सामान के वह दहेज ना माने। काउंसलर ने लड़के को समझाया कि चूंकि आप लोगों ने कोई डिमांड नहीं की थी, ये सामान लड़की वाले अपनी खुशी से दे रहे हैं, उन्हें इस खुशी से वंचित न किया जाए।