मध्य प्रदेश के धार और जबलपुर में 19 अक्टूबर को हिंसा हो गई. इन दोनों जगहों पर ईद मिलादुन्नबी (मिलाद-उन-नबी भी कहते हैं) का जुलूस निकाला जा रहा था. सुबह पहले धार जिले में बवाल हुआ. यहां जुलूस निकाल रहे लोग और पुलिसबल आमने-सामने आ गए. दोनों के बीच झड़प हो गई. लोगों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की तो पुलिस ने भी लाठियां लेकर लोगों को खदेड़ा. ये साफ नहीं है कि पहले लोगों की तरफ से पत्थरबाजी हुई या पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस-प्रशासन ने जो रूट तय किया था, उससे अलग रूट से जुलूस निकाला जा रहा था. आरोप है कि पुलिस ने जुलूस में शामिल लोगों को ऐसा करने से रोका तो दोनों के बीच कहासुनी हो गई, जो जल्दी ही बवाल में बदल गई.
धार में सुबह 9 बजे शुरू हुए इस जुलूस में एक हज़ार से अधिक लोग शामिल थे. चलते-चलते जुलूस ऐसे रूट पर पहुंच गया, जहां पुलिस बेरिकेड्स लगे थे. आरोप है कि कुछ लोगों ने इसे फांदने की कोशिश की, जिस पर पुलिस ने रोका और फिर विवाद हो गया. हालांकि स्थिति बहुत ज़्यादा बिगड़ती, इससे पहले ASP देवेंद्र पाटीदार और ADM सलोनी सिडाना ने मौके पर पहुंचकर लोगों से बात की और जुलूस को शांतिपूर्वक आगे बढ़वाया.
इस बीच सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को उकसाने वाली तमाम तरह की बातें शेयर की जा रही हैं. इस बारे में धार के SP ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह के किसी भी मेसेज को न तो शेयर, फॉरवर्ड करें और न ही इन पर भरोसा करें. अगर कोई इस तरह के मेसेज आगे बढ़ाता है तो उस पर IPC और IT ऐक्ट के तहत कार्रवाई होगी.
इसी तरह शाम होते-होते जबलपुर से भी ईद के जुलूस में विवाद की ख़बर आ गई. यहां भी जुलूस के ग़लत रूट पर जाने को वजह बताया जा रहा है. दैनिक भास्कर की ख़बर के मुताबिक जुलूस को मछली मार्केट से होते हुए सुब्बा शाह मैदान तक जाना था, लेकिन मछली मार्केट से अचानक जुलूस सर्राफा की तरफ मुड़ने लगा. अखबार के मुताबिक, पुलिस ने लोगों को रोका तो यहां भी विवाद हो गया. आरोप है कि किसी ने कथित तौर पर पुलिस पर जलते हुए पटाखे फेंक दिए. इस पर पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. बाद में समझा-बुझाकर जुलूस को आगे बढ़वाया गया.