लखनऊ: इ लाहाबाद उच्च न्यायालय ने गुरुवार को एक मामले की सुनवाई करते हुए पीएम मोदी और निर्वाचन आयोग से अपील की थी कि विधानसभा चुनावों को अभी स्थगित कर दिया जाए।
कोरोना के नए Omicron वैरिएंट के बढ़ते खतरे के बीच उच्च न्यायालय की इस टिप्पणी ने काफी सुर्ख़ियों बटोरी है। इस बीच खबर है कि 27 दिसंबर को निर्वाचन आयोग की हेल्थ सेक्रेटरी के साथ बैठक होने वाली है।
इस बैठक के बाद आयोग की तरफ से चुनावों के आयोजन की टाइमिंग पर फैसला हो सकता है। ऐसे में अटकलें लगने लगी हैं कि शायद चुनावों को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया जाए। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर चुनाव टलते हैं तो किसे लाभ हो सकता है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के उद्घाटन, गंगा एक्सप्रेसवे की आधारशीला और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के अलावा गोरखपुर में खाद फैक्ट्री की शुरुआत की जा चुकी है। इतना ही नहीं कई अन्य आयोजनों की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तैयारी की है।
विकास परियाजनों के माध्यम से भाजपा प्रदेश में हवा बनाने का प्रयास कर रही है। अगर चुनाव कुछ समय के लिए टलते हैं तो फिर उसके पास कुछ और योजनाओं पर काम करके उनके शिलान्यास का अवसर होगा, जो राज्य में अलग-अलग इलाकों में संदेश देने के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। बता दें कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऐसा ही एक घोषणा करते हुए कहा है कि गाजियाबाद से लखनऊ के लिए एक नया एक्सप्रेसवे बनेगा, जो कानपुर से होते हुए गुजरेगा। इसके अलावा लंबित भाजपा शिक्षक भर्ती, लेखपाल भर्ती और पुलिस सिपाही भर्ती में भी तेजी दिखा सकती है, जिसका लाभ उसे चुनावों में मिल सकता है।