प्रखर महाराज के खिलाफ यौन उत्पीड़न समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराने वाली उन्हीं की शिष्या की मां को शिष्या बेटी ने ही कठघरे में खड़ा कर दिया। गुरुवार को शिष्या कानपुर में थी। इस दौरान उन्होंने सिविल जज जूनियर डिविजन कोर्ट में बयान दर्ज कराए। इस दौरान एडवोकेट धर्मेन्द्र सिंह उर्फ धर्मू उनके साथ मौजूद थे। शिष्या ने यह भी बताया कि उन्होंने अपने माता पिता से संबंध विच्छेद करने के लिए हरिद्वार की कोर्ट में एक मुकदमा दाखिल कर दिया है।
प्रखर महाराज की शिष्या की मां ने किदवई नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें उनका आरोप था कि प्रखर महाराज ने बेटी का यौन शोषण करने के साथ ही उसे जबरदस्ती आश्रम में बंधक बनाकर रखा है। एफआईआर महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर की पैरवी पर दर्ज की गई थी। इसी मामले में पुलिस की एक टीम ने हरिद्वार जाकर साध्वी के वहां पर बयान दर्ज किए थे। जिसमें उन्होंने माता पिता को दोषी ठहराया था। तब पुलिस ने उनसे कोर्ट में बयान देने के लिए कहा था। जिसके लिए गुरुवार को वह शहर आई।
वो मुझे दोबारा बेटी न कहें
साध्वी ने कहा कि उनके माता पिता ने महाराज के खिलाफ जो रिपोर्ट दर्ज कराई है वह झूठी है। उन्होंने साधु संन्यासियों को बदनाम करने की चेष्ठा से रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसके लिए उन्हें कभी क्षमा नहीं किया जा सकता। वो मुझे दोबारा बेटी न बोल सकें इसके लिए मैने कोर्ट का सहारा लिया है। वहां मुकदमा दाखिल कर दिया है।
परवरिश का पैसा वापस कर दिया
साध्वी ने कहा कि जब वह सामान्य जीवन में थी और नौकरी करती थी तब उनका कुछ फंड बचा था। माता पिता ने भी कुछ पैसा उनके खाते में खर्चे के लिए डाला हुआ था मगर संन्यास लेने के बाद उन्होंने खाते से 45 लाख रुपए उन्हें वापस कर दिया है। कहा कि अपनी इच्छा से सन 2019 में संन्यास लिया और फरवरी 2020 में घर छोड़ दिया था।
माता- पिता से खतरा
साध्वी ने कहा कि मेरे साथ कोई यौन शोषण नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि जो माता पिता यह कहते हैं कि महाराज से मुझे जान का खतरा है। यह सच नहीं। सच तो यह है कि उन दोनों से मुझे जान का खतरा है।
शिकायत करेंगी
साध्वी ने कहा कि महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर ने षड्यंत्र के तहत यह कार्य किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से मिलने का समय मांगा है। समय मिलने पर इनकी शिकायत करेंगे।
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