तालिबान के काबुल पर कब्जे के बाद, अफगाणिस्तान के पूर्व राष्ट्रपती अश्रफगनी देश छोड कर भाग गये, हांलाकी बाद मे उन्होने सोशल मीडिया के जरीये सफाई दी के उन्होने ने देश छोडने का फैसला जनहित मे लिया, अगर वोह देश नही छोडते तो काबुल मे कई लोग मारे जाते.
इधर अफगाणिस्तान के नये राष्ट्रपती मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने ब्यान जारी किया है के वे जनता की सेवा व सुरक्षा चाहते हैं शांती चाहते हैं, एक नया अफगाणिस्तान चाहते हैं
क्यों हुई काबुल हवाईअड्डे पर भग-दड?

काबुल का हामिद करजाई एअरपोर्ट अभी भी पुरी तरह अमेरिका के नियंत्रण मे है, अमेरिकी अधिकारी इसे ऑपरेट कर रहे हैं, लोग अफगाणिस्तान से बाहर जाना चाहते हैं तो वोह एअरपोर्ट पहोंच गये, लेकिन वोह रनवे तक कैसे पहोंचे? आखिर किसकी चूक हुई, अगर अमेरिका अगर ठीक से हवाईअड्डे का नियंत्रण करता तो ये घटना नही होती. ये अमेरिका की कोई चाल होगी जिससे से वोह दुनिया को दिखा सके की लोग तालिबान से डर कर अफगाणिस्तान छोड रहे हैं, इसी लिये उन्हें उनका हम अधिकार दिलाना चाहते हैं, फिर शांती के नाम पर वोह अपना सैनिकी बेडा अफगाणिस्तान भेजे और अफगाणिस्तान को बरबाद करसके.