पश्चिम बंगाल की भबानीपुर, शमशेरगंज और जांगीपुर सीट पर पोस्टल बैलेट की गिनती पूरी हो चुकी है. यहां भवानीपुर में ममता बनर्जी 775 वोटों से आगे चल रही हैं, वहीं शमशेरगंज और जांगीपुर सीट पर भी टीएमसी को बढ़त हासिल है.
पश्चिम बंगाल: भबानीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए मतगणना जारी; सखावत मेमोरियल गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल काउंटिंग सेंटर से बाहर की तस्वीर
भाजपा भी आश्वस्त नजर आ रही है और अपनी आंतरिक बैठक में प्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष सुकांतो मजूमदार ने कार्यकर्ताओं को अंतिम गिनती तक धैर्य रखने का निर्देश दिया है. बीजेपी के एक अंदरूनी सूत्र का कहना है कि ऊपर से जो निर्देश आया है, उसके अनुसार किसी को मतगणना केंद्र से नहीं छोड़ना है.
टीएमसी भबनीपुर में 50,000 से अधिक अंतर से जीत की उम्मीद कर रही है. मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा’हमें यकीन है कि हमारा मार्जिन 60,000 से अधिक होगा और जाहिर है कि भारत की लड़ाई भबानीपुर से शुरू हो रही है.’
पश्चिम बंगाल के भबानीपुर उपचुनाव में 57% मतदान हुआ था. अब से कुछ ही घंटों में परिणाम भी सामने आ जाएगा. दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति बन रही है. टीएमसी अपने जीत के अंतर को लेकर चिंतित है जबकि बीजेपी चाहती है कि 21वें राउंड तक सभी पोलिंग एजेंट अलर्ट रहें.
भबानीपुर, जंगीपुर और समसेरगंज विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना शुरू हो गई है. निर्वाचन आयोग के अधिकारी समय-समय पर प्रत्याशियों के स्थिति की जानकारी देंगे.
ममता बनर्जी: तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने 2016 के विधानसभा चुनाव में भवानीपुर सीट को बरकरार रखा. इस साल भी उन्हें सीएम बने रहने के लिए यह सीट जीतनी होगी.
प्रियंका टिबरेवाल: भाजपा ने 41 वर्षीय वकील और पश्चिम बंगाल में पार्टी की युवा शाखा की उपाध्यक्ष प्रियंका टिबरेवाल को मैदान में उतारा, जो कलकत्ता में पश्चिम बंगाल के चुनाव बाद हिंसा के मामलों में याचिकाकर्ताओं और पार्टी के वकील में से एक थीं.
श्रीजीब बिस्वास: वाम मोर्चे ने बनर्जी और तिबरेवाल के खिलाफ लड़ने के लिए श्रीजीब विश्वास को मैदान में उतारा.
2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में, बनर्जी ने नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया, लेकिन यहां से उन्हें हार का सामना करना पड़ा. ममता को बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने शिकस्त दी. शुभेंदु टीएमसी के पूर्व नेता हैं. ममता बनर्जी को नंदीग्राम में 1,956 वोटो से हार का सामना करना पड़ा था. अब सीएम पद में बने रहने के लिए ममता बनर्जी को भवानीपुर से जीत दर्ज करना बेहद जरूरी है.
मतदान के दिन भवानीपुर निर्वाचन क्षेत्र के कुछ इलाकों से भाजपा और टीएमसी समर्थकों के बीच हाथापाई की छिटपुट घटनाएं हुईं. भवानीपुर में एक बूथ के बाहर टीएमसी और भाजपा के समर्थकों के बीच मामूली हाथापाई की सूचना मिली थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि सत्तारूढ़ दल मतदान केंद्र के अंदर नकली मतदाताओं को ला रहा है. हालांकि बाद में सुरक्षा बलों ने स्थिति को नियंत्रण में कर लिया. चुनाव आयोग को अब तक 97 शिकायतें मिली हैं, जिनमें से 91 को रद्द कर दिया गया है. इन 97 शिकायतों में से 85 शिकायतें भवानीपुर उपचुनाव से संबंधित थीं.