यूपी के करहल के एक युवक ने अखिलेश यादव की सरकार नहीं बन पाने से दुखी होकर अपने हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट और सर्टिफिकेट में आग लगा दी। उसका कहना है कि योगी सरकार में पिछले पांच साल से कोई वैकेंसी नहीं निकली। इसकी वजह से वह बेरोजगार था और इस बार उम्मीद थी कि अखिलेश यादव की सरकार आने पर नौकरियां मिलनी शुरू होंगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और योगी सरकार फिर से सत्ता में आ गई। करहल से ही अखिलेश यादव इस बार विधानसभा का चुनाव जीते हैं।
मैनपुरी जिले के करहल विधानसभा क्षेत्र का निवासी शीलरतन ने यूपी तक न्यूज चैनल से बात करते हुए बताया कि “पिछले पांच वर्षों में योगी सरकार ने कोई सरकारी जॉब नहीं दी। अब जब योगी सरकार फिर से सत्ता में आ गई है तो मेरी उम्मीदें टूट चुकी हैं। अब अगले पांच साल तक इंतजार करना होगा तब तक मेरी उम्र निकल चुकी होगी, लिहाजा सर्टिफिकेट रखने का कोई फायदा नहीं है।”
इस बीच योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली मेंं पीएम मोदी समेत कई नेताओं से मुलाकात कर नई सरकार के गठन की तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली में वरिष्ठ पार्टी नेताओं से मुलाकात के बाद राजधानी लखनऊ में भी सोमवार शाम भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र के विधान परिषद सदस्यों के आगामी चुनाव समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
भाजपा के सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, उत्तर प्रदेश भाजपा के संगठन प्रभारी राधामोहन सिंह तथा वरिष्ठ नेता सुनील बंसल भी मौजूद थे। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होली के बाद अगले हफ्ते आयोजित कराया जा सकता है।
इसके अलावा स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र के विधान परिषद सदस्यों के चुनाव आगामी नौ अप्रैल को होने हैं। इस मुद्दे पर भी इस बैठक में बातचीत हुई। योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने दिल्ली प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी।