नई दिल्ली. ट्विटर इंडिया ने शुक्रवार को कांग्रेस सांसद और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के उस ट्वीट को हटा दिया, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर एक बलात्कार पीड़िता बच्ची के माता-पिता की तस्वीर साझा की थी. दरअसल राहुल गांधी बुधवार को दिल्ली के नांगल इलाके में पीड़िता के माता-पिता से मिलने गए थे और बाद में उन्होंने इसकी एक तस्वीर को ट्विटर पर शेयर किया, जिससे विवाद पैदा हो गया. इसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने ट्विटर पर तस्वीर साझा करने को किशोर न्याय तथा पॉक्सो (यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण) कानूनों का उल्लंघन बताते हुए माइक्रो ब्लॉगिंग साइट से कांग्रेस नेता के ट्विटर हैंडल के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा था.
एनसीपीसीआर ने ट्विटर के स्थानीय शिकायत अधिकारी को पत्र भेजकर बीते चार अगस्त को कहा था कि उसे शिकायत मिली है कि पीड़िता के परिवार का फोटो राहुल गांधी के ट्विटर हैंडल पर डाला गया है और उसका शीर्षक है कि वे बच्ची के पिता एवं माता हैं. आयोग ने कहा था, ‘इस कथित फोटो में पीड़िता के माता-पिता के चेहरे देखे जा सकते हैं जो लड़की की पहचान उजागर करता है.’

उसने कहा था, ‘इसलिए, उक्त ट्विटर हैंडल पर बच्ची के परिवार के फोटो पोस्ट करने को आयोग किशोर न्याय अधिनियम की धारा 74, पोक्सो अधिनियम की धारा 23, भादंसं की धारा 228 ए एवं माननीय अदालतों के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन मानता है.’ उसने कहा कि तद्नुसार यह शिकायत उक्त ट्विटर हैंडल के विरुद्ध उपयुक्त कार्रवाई … एवं इस मंच से इस ट्वीट को हटवाने के लिए भेजी जा रही है.’ आयोग ने तीन दिन के अंदर इस मामले में कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है.
गौरतलब है कि दक्षिण पश्चिम दिल्ली के पुराना नांगल इलाके में बीते रविवार को जब बच्ची एक श्मशान घाट के कूलर से पानी लेने गई थी तभी रहस्यमय परिस्थितियों में उसकी मौत हो गई थी. उसके माता-पिता का आरोप है कि उससे बलात्कार किया गया और उसके शव का श्मशान घाट के पुजारी ने जबरन दाह संस्कार कर दिया, जिसने दावा किया है कि उसे करंट लग गया था.