नई दिल्ली, सितंबर 18। क्या आपने कभी सोचा है कि हाईवे और खतरनाक पहाड़ियों से गुजर कर देश के अलग-अलग हिस्सों में सामान पहुंचाने वाले ट्रक ड्राइवरों की सैलेरी कितनी होती है? एक अनुमान के अनुसार भारत में ट्रक ड्राइवरों की मासिक इनकम 30000 रु होती है। आज की महंगाई के हिसाब से यह बहुत कम लग सकती है। मगर एक ऐसा देश है, जहां के ड्राइवर भारत के इंजीनियरों से भी अधिक कमा रहे हैं। जी हां ये कोई फेक न्यूज नहीं। दरअसल यूके के ट्रक ड्राइवर हर महीने लाखों रु कमाते हैं।

सुपरमार्केट के ट्रक ड्राइवर
भारत में इंजीनियर या डॉक्टर जैसे प्रोफेश्नल भी इतना पैसा नहीं कमा पाते जितना यूके में सुपरमार्केट के ट्रक ड्राइवर कमा रहे हैं। यूके की सुपरमार्केट में जो ट्रक ड्राइवर सामान पहुंचाते हैं वे भारत की हाई इनकम कैटेगरी के लोगों जितना कमाते हैं। इन लोगों की सालाना सैलेरी वहां की मुद्रा में 70,000 पाउंड है, जो भारत के 70,88,515 रुपये बैठते हैं।
मिलता है बोनस
यूके के ये ट्रक ड्राइवर सालाना करीब 71 लाख रु कमाने के साथ ही बोनस भी प्राप्त करते हैं। इन ड्राइवरों को 2000 पाउंड बोनस बतौर मिलते हैं। भारतीय मुद्रा में यह रकम करीब 2,02,612 रुपये होती है। यानी इस तरह यूके के ट्रक ड्राइवर से आराम से सालाना 73 लाख रु तक कमाते हैं।

क्यों है इतनी अधिक सैलेरी
टेस्को और सेन्सबरी और इन कंपनियों जैसे अन्य एम्प्लोयर्स ट्रक ड्राइवरों को मोटी सैलेरी ऑफर कर रहे हैं। दरअसल यूके में इस समय राष्ट्रीय स्तर पर 100,000 ड्राइवरों की कमी है। इसी कमी के कारण ट्रक ड्राइवरों को अधिक सैलेरी ऑफर की जा रही है। ये एक तरह का लालच है, जो अनुभवी ड्राइवरों को सुपरमार्केट में स्टॉक बरकरार रखने के लिए दिया जा रहा है। मगर इसमें सीधा फायदा ट्रक ड्राइवरों का है।
2 साल का होगा कॉन्ट्रैक्ट
द इंडियन नेशन की रिपोर्ट के अनुसार यूके के एक ट्रक ड्राइवर, जो 17 साल से ट्रक चला रहा है, का दावा है कि उससे एजेंट्स ने दो साल का कॉन्ट्रैक्ट दिया और उस कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने के लिए 2,000 पाउंड बतौर बोनस का ऑफर किया गया। अहम बात यह है कि एजेंट ने खुद उस ड्राइवर से संपर्क किया था। सप्ताह में पांच रातों की ड्यूटी थी, जबकि शनिवार के लिए डेढ़ गुना और रविवार के लिए दोगुने भुगतान की बात की गयी थी।

बॉस से ज्यादा कमा रहे ड्राइवर
ट्रक ड्राइवर के अनुसार इतनी सैलरी बहुत चौंकाने वाली है। ऐसा इसलिए क्योंकि खुद उसके बॉस भी इतना नहीं कमा रहे हैं। कंपनियां इस समय सुपरमार्केट में वीकेंड के लिए डिलीवरी करने वाले ड्राइवरों की तलाश में हैं। इन कंपनियों के लिए पैसे खास वैल्यू नहीं रखते। बता दें कि जुलाई में टेस्को सितंबर समाप्त होने से पहले कंपनी में नौकरी से जुड़ने वाले लॉरी ड्राइवरों को 1,000 यूरो का बोनस भी दे रही थी। मगर यूके में ट्रक ड्राइवरों की इस तरह की सैलेरी से उपभोक्ताओं के लिए कीमतों में बढ़ोतरी का कारण बनने की चेतावनी भी दी गयी है। यानी आम जनता पर बोझ पड़ सकता है।