नई दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympic 2020) खेल अब से कुछ ही दिनों के बाद शुरू होने वाले हैं. इन खेलों के शुरू होने से पहले आयोजकों ने फैसला किया था कि खिलाड़ियों को 1 लाख 60 हजार कंडोम बाटें जाने का फैसला किया गया था. जिस बात पर जमकर बवाल मचा था, लेकिन अब एक और नई बात ने विवाद खड़ा कर दिया है.
टोक्यो में होंगे एंटी-सेक्स बेड
अब खेलों के महाकुंभ के शुरू होने से पहले अब इसके आयोजकों ने एक और बड़ा फैसला लिया है. अब टोक्यों में खिलाड़ियों के कमरों में एंटी-सेक्स (Anti-Sex bed) बेड होंगे. एंटी सेक्स बेड पर खिलाड़ी चाह कर भी सेक्स नहीं कर पाएंगे. हम आपको बताने जा रहे हैं कि ऐसा इस बेड में होता क्या है जो खिलाड़ी अपनी मर्जीं से रोमांस नहीं कर सकते.
क्या है ये एंटी-सेक्स बेड?
बता दें कि इस बार आयोजक कोशिश कर रहे हैं कि टोक्यो ओलंपिक विलेज में कोरोना वायरस (Corona Virus) की एंट्री ना हो सके. इसलिए ही ये फैसला लिया गया है कि ओलंपिक गांव में एंटी-सेक्स (Anti-Sex bed) बेड लगाया जाए. ये बेड कार्डबोर्ड से बनाए जाते हैं और इन्हें इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि इस पर एक ही इंसान एक बार में सो सकता है. अगर एक से ज्यादा या दो लोगों ने इसपर चढ़ने की कोशिश की तो ये टूट जाएगा. या फिर इस बेड पर अगर ज्यादा फोर्स भी लगाया गया तो भी ये टूट सकता है. ऐसे में इस बेड पर सेक्स तो मुमकिन ही नहीं है.
खिलाड़ियों को नहीं लगा अच्छा
जैसे ही ये खबर खिलाड़ियों को लगी कि उनको एंटी-सेक्स बेड (Anti-Sex bed) पर सोना होगा वो काफी निराश हो गए. खिलाड़ियों ने तरह-तरह के ट्वीट करना शुरू कर दिया. खिलाड़ियों का कहना है कि ये बेड तो उनके खुद का वजन नहीं झेल पाएंगे. कई खिलाड़ी कह रहे हैं कि जब ऐसे बेड पर सोना है तो कंडोम ही क्यों बांटे?