10.9 C
London
Thursday, April 25, 2024

आपको लगाई जा रही ‘वैक्सीन’ असली है या नकली, केंद्र सरकार ने बताया कैसे पहचाने

- Advertisement -spot_imgspot_img
- Advertisement -spot_imgspot_img

कोरोना के खिलाफ जंग में बड़े स्तर पर ज्यादा से ज्यादा लोगों कोरोना रोधी वैक्सीन लगाई जा रही है। इस बीच फर्जी वैक्सीन की कई खबरें भी सामने आ रही है। हाल ही में दक्षिण पूर्वी एशिया और अफ्रीका में नकली कोविशील्ड पाई गई थी, जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने फर्जी टीकों को लेकर सचेत किया था। ऐसे में भारत में केंद्र सरकार ने कई ऐसे मानक बताएं हैं, जिनके आधार पर यह पता लगाया आसान हो जाता है कि आपको लगाई जा रही वैक्सीन असली है या नकली। केंद्र सरकार ने इसको लेकर राज्यों को शनिवार को पत्र भी लिखा है। इस पत्र में राज्यों कोवैक्सीन, कोविशील्ड और स्पूतनिक-वी टीकों से जुड़ी हर जानकारी बताई है ताकि यह पता लगाया जाए कि ये टीके नकली तो नहीं हैं। फिलहाल देश में इन्हीं तीन टीकों से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। 

केंद्र ने राज्यों को एक असली वैक्सीन की पहचान के लिए सभी जरूरी जानकारी दी है, जिसे देखकर पहचान की जा सकती है कि वैक्सीन असली है या नकली। इसमें अंतर पहचानने के लिए कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पूतनिक-वी तीनों वैक्सीन पर लेबल, उसके कलर, ब्रांड का नाम क्या होता है, इन सब की जानकारी साझा की गई है।

कोवैक्सीन (Covaxin)

– लेबल पर इनविजिबल यानी अदृश्य UV हेलिक्स, जिसे सिर्फ यूवी लाइट में ही देखा जा सकता है।
– लेबल क्लेम डॉट्स के बीच छोटे अक्षरों में छिपा टेक्स्ट, जिसमें COVAXIN लिखा है।
– कोवैक्सिन में ‘X’ का दो रंगों में होना, इसे ग्रीन फॉयल इफेक्ट कहा जाता है।

कोविशील्ड (Covishield)

– SII का प्रोडक्ट लेबल, लेबल का रंग गहरे हरे रंग में होगा।
– ब्रांड का नाम ट्रेड मार्क के साथ (COVISHIELD)।
– जेनेरिक नाम का टेक्स्ट फॉन्ट बोल्ड अक्षरों में नहीं होगा।
– इसके ऊपर CGS NOT FOR SALE ओवरप्रिंट होगा।

स्पूतनिक-वी (Sputnik-V)

– चूंकि स्पूतनिक-वी (Sputnik-V) वैक्सीन रूस की दो अलग प्लांटों से आयात की गई है, इसलिए इन दोनों के लेबल भी कुछ अलग-अलग हैं। हालांकि, सभी जानकारी और डिजाइन एक सा ही है, बस मैन्युफेक्चरर का नाम अलग है।
– अभी तक जितनी भी वैक्सीन आयात की गई हैं, उनमें से सिर्फ 5 एमपूल के पैकेट पर ही इंग्लिश में लेबल लिखा है। इसके अलावा बाकी पैकेटों में यह रूसी में लिखा है।

- Advertisement -spot_imgspot_img
Jamil Khan
Jamil Khan
जमील ख़ान एक स्वतंत्र पत्रकार है जो ज़्यादातर मुस्लिम मुद्दों पर अपने लेख प्रकाशित करते है. मुख्य धारा की मीडिया में चलाये जा रहे मुस्लिम विरोधी मानसिकता को जवाब देने के लिए उन्होंने 2017 में रिपोर्टलूक न्यूज़ कंपनी की स्थापना कि थी। नीचे दिये गये सोशल मीडिया आइकॉन पर क्लिक कर आप उन्हें फॉलो कर सकते है और संपर्क साध सकते है

Latest news

- Advertisement -spot_img

Related news

- Advertisement -spot_img

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here