अफगानिस्तान (Afghanistan) एक बार फिर से तालिबान (Taliban) के शासन की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है. तालिबान के लड़ाकू बेहद जल्दी अफ़ग़ानिस्तान पर काबिज हो रहे है. तालिबान ने अफगानिस्तान के 85 फीसदी इलाके पर कब्जा करने का दावा भी किया है. अब तालिबान ने तुर्की को धमकी देते हुए कहा है कि नाटो सदस्य होने के नाते वह अफगानिस्तान को पूरी तरह से छोड़ दे.
तालिबान ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान को झटका देते हुए यह भी कहा है कि वह काबुल हवाई अड्डे की रक्षा कर रहे अपने सैनिकों को हटा दे.
गैर-लड़ाकू नाटो मिशन के हिस्से के रूप में तुर्की के पास अफगानिस्तान में 500 से अधिक सैनिक हैं, कुछ सैनिक सुरक्षा बलों को प्रशिक्षण देते हैं और अन्य हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात हैं.
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तुर्की पिछले 20 सालों से नाटो के साथ अफगानिस्तान में है. अगर वह अब भी रहना चाहता है, तो बिना किसी संदेह के हम इसे एक कब्जा करने जैसा मानेंगे. इसके खिलाफ बड़ी कारवाई होगी.
सैन्य और नागरिक उड़ानों और अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय सहायता समूहों और राजनयिकों के सुरक्षित मार्ग के लिए हवाई अड्डे की सुरक्षा महत्वपूर्ण बहुत जरूरी है औग अगर तुर्की अपने सैनिकों को हवाई अड्डे से हटा देती है, तो इससे आम नागिरक और राजनयिकों को काफी खतरा हो सकता है.