वाराणसी. अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के मुखिया ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) एक बार फिर बीजेपी (BJP) पर हमलावर होते हुए भाषा की मर्यादा को पार करते दिखे. वाराणसी (Varanasi) में महिलाओं के एक कार्यक्रम में उन्होंने ऐसा बयान दे डाला, जिसको लेकर अब बीजेपी उन पर हमलावर है. आपको बता दे ओम प्रकाश राजभर ने आगामी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए ओवैसी की पार्टी AIMIM से गठबंधन किया है.
शिक्षा और राजनीति में महिलाओं की भागीदारी के मुद्दे पर बोलते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि जब बीजेपी वाले आपके पास आएंगे तो कहेंगे कि राशन दिया है तो उनसे पूछना कि शिक्षा दी कि नहीं? जिसके घर में कोई बीमार होता है, वहीं उसका दर्द जानता है. उन्होंने कहा कि अब जब बीजेपी वाले आपके पास आएं तो उनसे कहना कि हमें यानी महिलाओं को शिक्षा और राजनीति में पचास फीसदी आरक्षण दीजिए. अगर आरक्षण देना तो वोट मांगने आना वरना दोबारा मत आना. दोबारा आओगे तो दो पैर से पर जाओगे तो चारपाई से.
राजभर ने कहा कि बीजेपी सोचती थी कि कोई बोलेगा नहीं, लेकिन तुम्हारे ओमप्रकाश राजभर ने आज यूपी के 75 जिलों में आग लगा दी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले कहते हैं कि दो करोड़ की नौकरी दी लेकिन आप लोग बताइए कि किसी को नौकरी मिली. महंगाई बीजेपी ने कम की या बढ़ा दी. चाहे सभा हो या मीडिया से बातचीत, दोनो ही जगह ओमप्रकाश राजभर बीजेपी पर हमलावर दिखे.
नीट में 27 फीसदी आरक्षण के मुद्दे पर घेरते हुए उन्होंने डिप्टी सीएम केशव मौर्या और बिहार सरकार में मंत्री व वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी को भी घेरा. उन्होंने पूछा कि पिछड़ों के इस मुद्दों पर दोनों नेता खामोश क्यों है? वहीं यूपी में ब्राह्मणों वोटों को लेकर मची घमासान के मुद्दे पर भी उन्होंने बीजेपी पर हमला किया. राजभर ने कहा कि एक ब्राह्मण की हत्या हुई थी तो अंग्रेज देश से बाहर हो गए. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी सरकार में कितने ब्राह्मणों का एनकाउंटर कराया गया. ब्राह्मण दोराहे पर खड़ा है, सबको देख रहा है.