डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files Box Office Collection) का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन रिकॉर्ड तोड़ हो रहा है. फिल्म में सक्सेस से इसके डायरेक्टर और एक्टर्स से खुश हैं. फिल्म प्रभास की ‘राधेश्याम’, आलिया भट्ट की ‘गंगूगबाई काठियावाड़ी’, ‘बैटमेन’ और अक्षय कुमार की ‘बच्चन पांडे’ को टक्कर दे रही हैं.
फिल्म गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, त्रिपुरा और असम जैसे कई राज्यों में टैक्स फ्री है. फिल्म के टैक्स फ्री होने पर अमिताभ बच्चन स्टारर ‘झुंड’ की प्रोड्यूसर ने सवाल उठाए हैं.
‘झुंड’ (Jhund Box Office Collection), ‘द कश्मीर फाइल्स’ से एक हफ्ते पहले बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई थी. फिल्म की कमाई भले ही अच्छी नहीं हुई हो, लेकिन इसे क्रिटिक से अच्छा रिस्पांस और रिव्यूज मिले.
अब फिल्म की प्रोड्यूसर्स में एक सविता राज हिरेमठ ने ‘झुंड’ (Jhund Tax Free) को टैक्स फ्री नहीं करने और ‘द कश्मीर फाइल्स’ को टैक्स फ्री करने पर सवाल उठा रही हैं. हालांकि उन्होंने ‘द कश्मीर फाइल्स’ की तारीफें भी की.
सविता राज (Savitha Raj Hiremath) ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा,”मैंने हाल में ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखी और कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की कहानी दिल तोड़ने वाली है. ऐसी स्टोरी को बताने की जरूरत है. यह कश्मीरी पंडितों की आवाज बेहतर तरीके से दिखाती है.
लेकिन एक ‘झुंड’ की प्रोड्यूसर होने के नाते में हैरान हूं. आखिर झुंड भी एक महत्वपूर्ण फिल्म है और इसमें एक कहानी और एक बड़ा संदेश है जिसे ऑडियंस से जबरदस्त प्रशंसा और रिस्पांस मिला है.”

सविता राज ने आगे लिखा,”इसलिए मैं यह जानना चाहती हूं कि वह कौन-सा मानदंड है जिस पर सरकार टैक्स-फ्री करके, सोशल मीडिया के माध्यम से इसका सपोर्ट करके और सरकारी कार्यालयों से फिल्म को देखने या अपने कर्मचारियों को आधे दिन की छुट्टी देकर एक खास फिल्म का पूरी तरह सपोर्ट कर रही है.
‘झुंड’ निचले तबके को उम्मीद देती है
सविता राज ने लिखा, “आखिर झुंड भी एक ऐसा विषय है जो हमारे देश के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.. ‘झुंड’ न केवल जाति और आर्थिक असमानता के बीच असमानता के बारे में बात कर रही है बल्कि समाज के निचले तबके को उनकी सफलता की कहानी खोजने का एक तरीका भी दिखाती है.