बीते गुरुवार को एलन मस्क के 44 बिलियन डॉलर में ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद कुछ महत्वपूर्ण सवाल दुनियाभर की बिजनेस कम्युनिटी में तैर रहे थे, उनमें से एक प्रमुख सवाल यह था कि 19 निवेशकों का एक समूह टेक शेयरों में गिरावट से पहले बीते मई में टेस्ला प्रमुख को किए गए 7.1 बिलियन डॉलर की इक्विटी प्रतिबद्धता का पालन करेगा या नहीं?
इस सवाल का जवाब सोमवार को तब सामने आया जब सऊदी अरब के प्रिंस अलवलीद बिन तलाल बिन अब्दुल अजीज ने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की एक फाइलिंग में इस बारे में जरूरी चीजें कही। इस घोषणा में उन्होंने कहा कि ट्विटर में उनकी 1.9 बिलियन डॉलर के शेयरों की हिस्सेदारी नई व्यवस्था के तहत हस्तांतरित कर लिया गया है। साऊदी प्रिंस की इस घोषणा के बाद यह बात साफ हो गई कि वे मस्क के बाद सोशल मीडिया कंपनी के दूसरे सबसे बड़े शेयरधारक होंगे।
ट्विटर अधिग्रहण के बाद साऊदी राजकुमार ने जारी किया बयान
शुक्रवार को सऊदी शाही राजकुमार ने सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली निवेश फर्म किंगडम होल्डिंग और उनके निजी कार्यालय की ओर से जारी एक बयान की प्रति के साथ ट्वीट करते हुए कहा प्रिय मित्र ‘चीफ ट्विट’ आपके साथ हमेशा। ट्वीट के साथ साझा किए गए बयान में कहा गया है कि राजकुमार एलन मस्क की पेशकश के आधार पर ट्विटर के अपने 34.948 मिलियन शेयर जिनका बाजार मूल्य मूल्य 54.20 डॉलर प्रति शेयर है कि हिस्सेदारी को आगे भी जारी रखेगी। इस हिस्सेदारी के साथ वे ट्विटर के दूसरे सबसे बड़े शेयरधारक होंगे। राकुमार अलवलीद और साऊदी किंगडम होल्डिंग की संयुक्त रूप से ट्वविटर में लगभग 4% की हिस्सेदारी होगी। शाही राजकुमार और किंगडम होल्डिंग के पास ट्विटर के करीबब 34,948,975 शेयर होंगे जिनका बाजार मूल्य करीब 1.89 बिलियन डॉलर है। शाही राजकुमार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि केएचसी (किंगडम होल्डिंग कंपनी) और अलवलीद का निजी ऑफिस (पीओ) संयुक्त रूप से माइक्रो ब्लॉगिंग साइट के दूसरे सबसे बड़े शेयरहोल्डर्स होंगे। कंपनी की बाकी की हिस्सेदारी दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क के पास है और वे ट्विटर के सबसे बड़े शेयरधारक हैं।
कौन हैं साऊदी प्रिंस अल वलीद बिन तलाल?
अल वलीद बिन तलाल सऊदी अरब के पहले सम्राट, किंग इब्न सऊद के पोते और देश के अंतिम राजा अब्दुल्ला सऊद के भतीजे हैं। उनका जन्म 7 मार्च 1955 को सऊदी अरब में हुआ था। वह उनकी मां, राजकुमारी मोना अल सोलह लेबनान के पहले प्रधानमंत्री की बेटी थीं।1975 में अल वलीद बिन तलाल पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए थे। वहां 1979 में उन्होंने कैलिफोर्निया के मेनलो कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1985 में सिरैक्यूज विश्वविद्यालय से अपनी मास्टर्स की डिग्री ली। स्नातक की पढ़ाई के बाद अल वलीद बिन तलाल बिजनेस में अपना करियर शुरू करने के लिए सऊदी अरब लौट आए। अल वलीद बिन तलाल किंगडम होल्डिंग कंपनी (केएचसी) के संस्थापक हैं जो एक सऊदी समूह है और दुनियाभर में होटल, रियल एस्टेट और सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनियों में निवेश करता है। इन्हें दुनिया के सबसे अमीर निवेशकों में से एक के माना जाता है। अल वलीद बिन तलाल की सपंत्ति वर्ष 2022 में 16 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है। अल वलीद बिन तलाल को टाइम पत्रिका की सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में भी शामिल किया गया है। उन्हें साऊदी अरब का ‘वॉरेन बफेट’ माना जाता है।