कृष्णानंद राय हत्या मामले में सजा के ऐलान के बाद बसपा सांसद अफजाल अंसारी की संसद सदस्यता को खत्म कर दिया गया है। इसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पिता की राजनीतिक विरासत को उनकी बेटी नूरिया संभालेगी।
गाजीपुर: अफजाल अंसारी की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है। माना जा रहा है कि आने वाले समय में उनकी बेटी नूरिया अंसारी पिता की राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए चुनावी मैदान में आ सकती है। लोकसभा सचिवालय ने सोमवार को 4 साल की सजा होने के बाद अफजाल अंसारी की सदस्यता को रद्द करने फैसला लिया। जिसके बाद गाजीपुर में उपचुनाव होना तय है। माना जा रहा है कि इस उपचुनाव के दौरान अंसारी परिवार के द्वारा अफजाल की बेटी नूरिया को राजनीति में लॉन्च किया जा सकता है। पहले भी नूरिया पिता के साथ में ही तमाम कामकाज को देखती रही हैं।
पार्टी के नाम को लेकर कयासबाजी जारी
दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया से नूरिया की शिक्षा पूरी हुई है। उन्होंने मनोविज्ञान में एमए किया है और सायकोलॉजिकल काउन्सलिंग की ट्रेनिंग की है। वह दिल्ली में चाइल्स काउंसिलर के तौर पर दिल्ली में कुछ समय के लिए काम भी कर चुकी हैं। नूरिया के उपचुनाव में आने के बाद यह भी अहम होगा कि वह किसी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ती हैं। आपको बता दें कि अफजाल अंसारी ने 2019 का चुनाव एसपी-बीएसपी-लोकदल एलायंस में बीएसपी के सिंबल पर लड़ा था। लेकिन नूरिया किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी यह अभी तय नहीं हो पाया है।