Phiomicetus Anubis Discovery in Egypt: मिस्र में चार पैर वाली व्हेल मछली की प्रजाति के जीवाश्म की खोज की गई है, जो 4.3 करोड़ साल पहले तक धरती पर रहा करती थी. शोध में पता चला है कि ये आधुनिक समय की व्हेल की पूर्वज हैं और इनके जमीन से समुद्र में जाने के बारे में भी जानकारी मिली है. ये परिवर्तन करीब 1 करोड़ साल पहले हुआ था. व्हेल की नई प्रजाति को फियोमिसेटस एन्यूबिस (Phiomicetus anubis) नाम दिया गया है, जो 10 फीट लंबी थी और इसका वजन करीब 600 किलोग्राम था.
मंसौरा यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर वर्टेब्रेट फॉसिल्स (Mansoura University Center for Vertebrate Fossils) के पुरातात्विदों ने मिस्र के पश्चिमी रेगिस्तान की फेयूम घाटी में इओसीन चट्टानों के बीच जीवाश्मों की खोज की है. ये जगह कभी समुद्र से घिरी हुई थी, जहां अब व्हेल के विकास से जुड़ी खोज की जाती है. इस खोज को जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द रॉयल सोसाइटी बी में पब्लिश किया गया है.

जमीन पर भी चलती थी व्हेल
पेपर से प्रमुख लेखक अब्दुल्लाह गोहर ने बताया, ‘फियोमिसेटस एन्यूबिस व्हेल की एक नई प्रजाति है, जो मिस्र और अफ्रीकी जीवाश्म विज्ञान के लिए एक महत्वपूर्ण खोज है.’ एन्यूबिस नाम मिस्र सभ्यता से जुडे़ मृत्यु के देवता के नाम पर रखा गया है. नई प्रजाति दूसरी प्रजातियों से अलग है. इसकी सबसे खास बात ये है कि यह पानी में तैरने के साथ-साथ जमीन पर चलने में भी सक्षम थी. इसके साथ ही इसकी खोपड़ी में मांसपेशियां मौजूद थीं, जो जबड़े को गति प्रदान करती थीं.
पाकिस्तान में भी हुई थी ऐसी खोज
आज के समय की व्हेल को देखकर ये विश्वास कर पाना मुश्किल है कि वह चार पैर वाली व्हेल की वंशज हैं, जो कभी जमीन पर चला करती थीं. इससे पहले पाकिस्तान में भी इसी तरह की खोज हो चुकी है. यहां साल 2008 में पुरातात्विदों ने 4.7 करोड़ साल पुराने लोमड़ी जैसे आकार वाले जानवर के जीवाश्म की खोज की थी. शोध करने पर पता चला था कि इस जानवर का लम्बा शरीर और पूंछ हुआ करती थी. ये जानवर भोजन की तलाश में पानी में भी जाया करता था. लेकिन शिकारियों से बचने के लिए इसने बाद में पूरी तरह पानी में रहने शुरू कर दिया.