टीवीएस मोटर्स ने 125CC सेगमेंट में अपनी दमदार स्टाइल और इंजन वाली टीवीएस रेडर को लॉन्च कर दिया है। इस बाइक का आकर्षक डिजाइन और दमदार माइलेज लोगों को खासी पसंद आ रही है।
लॉन्च होने के बाद इसका मुकाबला हीरो ग्लैमर, हीरो स्प्लेंडर, बजाज पल्सर 125 नियोन जैसी पॉपुलर बाइक के साथ तय माना जा रहा है। अगर आपको भी ये बाइक पसंद आई है और इसे खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 85,469 रुपये खर्च करने होंगे।

अगर आपके पास एक साथ देने के लिए इतनी बड़ी रकम नहीं है तो यहां पर हम बता रहे हैं इस बाइक को महज 7 हजार रुपये की डाउन पेमेंट पर घर ले जाने के प्लान की पूरी डिटेल।
लेकिन उससे पहले आप जान लीजिए इस बाइक में मिलने वाले फीचर्स, माइलेज और स्पेसिफिकेशन की पूरी डिटेल। ताकि इस जानकारी के लिए आपको दूसरी जगह न जाना पड़े।
टीवीएस ने रेडर नाम से इस 125 सीसी बाइक को लॉन्च किया है जो एक स्पोर्ट्स नेकेड बाइक है। कंपनी ने इसके दो वेरिएँट लॉन्च किए हैं जिसमे पहला ड्रम ब्रेक और दूसरा डिस्क ब्रेक वेरिएंट है।

टीवीएस रेडर में कंपनी ने सिंगल सिलेंडर वाला 124.8 सीसी का इंजन दिया है। यह इंजन 11.38 पीएस की पावर और 11.2 एनएम का टॉर्क जनरेट कर सकता है।
बाइक के फ्रंट व्हील में डिस्क ब्रेक और रियर व्हील में ड्रम ब्रेक का कॉम्बिनेशन दिया गया है। जिसके साथ ट्यूबलेस टायर दिए गए हैं। रेडर की माइलेज को लेकर टीवीएस का दावा है कि ये बाइक 67 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है। जो ARAI प्रमाणित है।
टीवीएस रेडर की पूरी जानकारी हासिल करने के बाद अब अब आप जान लीजिए इस बाइक को आसान डाउन पेमेंट पर खरीदने का पूरा प्लान। टू-व्हीलर सेक्टर की जानकारी देने वाली वेबसाइट BIKEDEKHO पर दिए गए डाउन पेमेंट और ईएमआई कैलकुलेटर के मुताबिक।
अगर आप इस टीवीएस रेडर का ड्रम वेरिएंट खरीदते हैं तो कंपनी से संबंधित बैंक इसपर आपको 69,750 रुपये का लोन देगा। जिसमें आपको इस बाइक पर न्यूनतम डाउन पेमेंट देनी होगी जो 7,750 रुपये बनती है।
इस डाउन पेमेंट के बाद आपको हर महीने 2,492 रुपये की ईएमआई चुकानी होगी। इस लोन की अवधि 36 महीने होगी और कुल लोन राशि पर बैंक 9.7 प्रतिशत वार्षिक दर से ब्याज लेगा।
आवश्यक सूचना: इस बाइक पर मिलने वाला लोन, डाउन पेमेंट, ईएमआई और ब्याज दर आपकी बैंकिंग के साथ सिबिल स्कोर पर निर्भर करती है।
जिसमें किसी भी प्रकार की नेगेटिव रिपोर्ट होने पर बैंक लोन की राशि, डाउन पेमेंट, ईएमआई और ब्याज दरों में परिवर्तन कर सकता है।