Prayagraj News: डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसंबी का जूस चढ़ाए जाने के आरोप में बाबा का बुलडोजर कार्रवाई करने के लिए तैयार है। ग्लोबल हॉस्पिटल पर कानून का शिकंजा कसेगा। प्रयागराज के इस प्राइवेट अस्पताल पर स्वास्थ्य विभाग ने शुरुआती जांच के बाद ही सील किया था। प्राधिकरण ने अस्पताल की बिल्डिंग को अवैध बताते हुए इसे जमींदोज किए जाने का नोटिस जारी कर दिया है। अल्टीमेटम का नोटिस चस्पा दिया गया है।
बता दें कि ग्लोबल हॉस्पिटल किराए की बिल्डिंग में चलता था। यह हॉस्पिटल प्रयागराज के झलवा इलाके में एयरपोर्ट के नजदीक बना हुआ है। प्रयागराज पुलिस ने इस मामले से जुड़े हुए एक गिरोह का भी पर्दाफाश 21 अक्टूबर को किया था। गिरोह के 10 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। हालांकि, अफसरों ने गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि डेंगू मरीजों को प्लेटलेट्स की जगह मौसंबी का जूस नहीं बल्कि प्लाज्मा चढ़ाया जाता था।
बता दें कि ग्लोबल हॉस्पिटल किराए की बिल्डिंग में चलता था। यह हॉस्पिटल प्रयागराज के झलवा इलाके में एयरपोर्ट के नजदीक बना हुआ है। प्रयागराज पुलिस ने इस मामले से जुड़े हुए एक गिरोह का भी पर्दाफाश 21 अक्टूबर को किया था। गिरोह के 10 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। हालांकि, अफसरों ने गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि डेंगू मरीजों को प्लेटलेट्स की जगह मौसंबी का जूस नहीं बल्कि प्लाज्मा चढ़ाया जाता था।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अफसरों का कहना है कि जांच में यह साफ हुआ है कि आरोपी ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर जिस बिल्डिंग में चल रहा था, वह अवैध है। निर्माण से पहले प्रयागराज विकास प्राधिकरण से ना तो मंजूरी ली गई थी और ना ही उसका नक्शा पास कराया गया था। विकास प्राधिकरण के ओएसडी अभिनव रंजन के मुताबिक, आरोपी ग्लोबल हॉस्पिटल को जवाब दाखिल करने के लिए 3 दिन की मोहलत दी गई है। अगर बिल्डिंग मालिक ने 3 दिन में संतोषजनक जवाब नहीं दिया, तो नियमानुसार बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया जाएगा।