लखनऊ. अखिल भारतीय हिंदू महासभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के बाद एक बार फिर मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष राजीव कुमार ‘आशीष’ को भी जान से मारने की धमकी मिली है. इस दौरान अखिल भारतीय हिंदू महासभा की ओर से ये दावा किया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष राजीव कुमार आशीष के आवास पर एक उर्दू में लिखा पत्र भेजा गया है. जिसमें हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव कुमार आशीष का सिर कलम करने वाले को बतौर ईनाम 1 करोड रूपये से नवाजे जाने की बात लिखी है. साथ ही ये चेतावनी दी गई है कि काफिरों अगर दम हो तो अपने सदर (प्रदेश अध्यक्ष) को बचाकर दिखाओ. इसके साथ ही इस पत्र में सिर कलम करने से जुडी खतरनाक आकृति भी बनी है.
इसकी शिकायत अखिल भारतीय हिंदू सभा नें गोमती नगर विस्तार थाने में की है. जिसके बाद इस मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है. न्यूज 18 से बात करते हुए अखिल भारतीय हिंदू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव कुमार आशीष ने बताया कि ‘मैंने इस मामले की जानकारी देते हुए अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव को भी एक पत्र लिखा है. हिंदू महासभा का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते समय-समय पर हिंदुओं पर विशेष समुदाय के व्यक्तियो द्वारा किये जाने वाले अत्याचार के खिलाफ मैं सभी स्तर पर पुरजोर विरोध करता हूं. हिंदुओं की सुरक्षा में सहयोग करता हूं. धर्मांतरण, लव-जेहाद जैसे मामलो के खिलाफ होने वाले धरना-प्रर्दशन में भी शामिल रहता हूं.
राजीव कुमार ‘आशीष’ ने कहा कि निरंतर ट्वीटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहने के कारण हमारी खबरे विभिन्न टीवी चैनलो-अखबारों में प्रकाशित की जाती हैं. मेरी 1992 के हमले में वांछित दाऊद इब्राहिम की नीलाम की गई कार को लाकर अग्नि के हवाले करने में उनकी गंभीर भूमिका रही है, जिसके कारण मैं कट्टरवादी संगठनों के निशाने पर हूं.’
राजीव कुमार ‘आशीष’ बताते है कि कट्टरवादी संगठनों के निशाने पर रहने के कारण मै कई बार अपनी सुरक्षा व्यवस्था के लिये स्थानीय स्तर पर प्रयास कर चुका हैं, लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की सुरक्षा उपलब्ध नहीं कराई गई है. इसलिये मैंने इन सभी बातों का जिक्र करते हुए उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह को एक पत्र भेजा है. जिसमें मैने इस पत्र की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियो को तत्काल गिरफ्तार किये जाने की मांग की है. साथ ही उनसे भयमुक्त होकर राष्ट्रसेवा करने के लिये अपनी भी सुरक्षा की व्यवस्था किय़े जाने की गुहार लगाई है.