असम में ‘ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ (एआइयूडीएफ) के एक विधायक ने दावा किया है कि गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर के लिए मुगल बादशाह औरंगजेब ने जमीन दान दी थी। विधायक के इस बयान के बाद विवाद उत्पन्न हो गया है। मंदिर की वेबसाइट के अनुसार, कामाख्या मंदिर का इतिहास आर्य सभ्यता से पहले का माना जाता है।
नागांव जिले के ढिंग से विधायक अमीनुल इस्लाम ने कहा, “औरंगजेब ने मां कामाख्या मंदिर के लिए जमीन दान दी थी, यह ‘पवित्र असम’ नामक पुस्तक में साफ लिखा है जो डॉ महेश्वर नियोग ने लिखी थी। यह किताब असम साहित्य सभा से प्रकाशित है।”
औरंगजेब ने भारत में 1658 से 1707 के बीच शासन किया था। विधायक ने यह भी दावा किया कि औरंगजेब ने भारत के सैकड़ों मंदिरों को दान दिया था जिसमें वाराणसी के जंगमबाड़ी मंदिर को दी गई 178 हेक्टेयर भूमि भी शामिल है। इस्लाम के इस बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि उनकी सरकार इस तरह के आधारहीन बयानों को बर्दाश्त नहीं करेगी।