बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने एक टीवी डिबेट में कहा कि हिंदू अक्सर कटता रहा है क्योंकि वह अल्पसंख्यक था। उनका कहना था कि अब हिंदुओं के एक होने का समय आ गया है। अगर हिंदू बंटेगा तो वो कटेगा। जवाब में अंसार रजा बोले- मेरठ में नहीं कटा क्या? इस पर दोनों के बीच तीखी बहस भी हुई।
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने न्यूज 18 पर टीवी डिबेट में कहा कि काबुल में एक तिहाई हिंदू सिख था लेकिन पचास साठ साल में खत्म हो गया। लाहौर कराची कभी भारत का हिस्सा था लेकिन वहां पर भी हिंदू सिख खत्म हो गया। लाहौर में 75 फीसदी हिंदू थे और कराची में तकरीबन 60-56 फीसदी हिंदू थे, लेकिन आज कहां चले गए। उन्होंने कश्मीरी पंडितों को लेकर भी यही बात कही।
सांसद ने कहा कि असम, मल्लापुरम, मालदा के साथ उत्तर प्रदेश के कैराना में भी हिंदू तकरीबन खत्म कर दिए गए। सुधांशु का कहना था कि जहां भी हिंदू बंटेगा वहां कटेगा। हिंदुओं को एकजुट होकर रहना पड़ेगा, नहीं तो पाकिस्तान और अफगानिस्तान की तरह से वो खत्म हो जाएंगे। उनका कहना था कि आज की सबसे बड़ी जरूरत हिंदुओं की एकता की है।
सुधांशु ने कहा कि कहीं भीड़ हो और एक शख्स तिलक लगाए हुए हो, वो अगर बम-बम बोल दे तो लोग कहेंगे भोले। लेकिन अगर कोई मुस्लिम बम कह दे तो वहां भगदड़ मच जाएगी। बीजेपी सांसद ने कहा कि अगर मौलवी बम-बम कह दे तो क्या हाल मचेगा इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन को अल्लाह ओ अकबर बोलकर कत्ल किया गया था ना कि हर हर महादेव का नारा लगाकर।
डिबेट में उनकी विरोधी पैनलिस्ट अंसार रजा से कई बार तकरार हुई। मुस्लिम नेता ने उनकी बातों पर तीखा विरोध जताया। जब सुधांशु ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान पर टिप्पणी की तो मुस्लिम पैनलिस्ट ने गुजरात और मुरादाबाद, मेरठ, भागलपुर में मुस्लिमों के साथ अत्याचार की याद दिलाई। सुधांशु इस दौरान उनकी टिप्पणी से काफी भड़क भी गए।
उधर, डिबेट में उस समय अप्रिय स्थिति पैदा हो गई जब टोपी पहने एक व्यक्ति ने डिबेट में अंसार रजा से सवाल पूछा। उनका कहना था कि ये लोग नकली हैं। इन्हें पैसे देकर बुलाया गया है। एंकर अमिश देवगन ने उनसे सवाल पूछा तो वो बिफर गए।