काबुल: अफगानिस्तान पर कब्जा कर चुके तालिबान की चर्चा पूरी दुनिया में सुर्खियां बनी हुई है. वहीं हाल ही में तालिबान की बद्री 313 बटालियन ने एक फुटेज जारी किए हैं, जिसमें एक तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में तालिबानी इवो जीमा पर अमेरिकी ध्वज उठाने वाले सैनिकों की द्वितीय विश्व युद्ध की तस्वीर की तरह ही तालिबान का झंडा उठाए हुए देखे जा रहे हैं.
बेवसाइट डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक तालिबान के लड़ाके अमेरिकी राइफल, बुलेट प्रूफ जैकेट और नाइट विजन गॉगल्स पहने हुए तालिबान का झंडा उठाते हुए नजर आ रहे हैं. तालिबानियों की ये तस्वीर ठीक उसी तरह की है, जिसमें 1945 में इवो जीमा लड़ाई में अमेरिकी सैनिक सुरिबाची पर्वत पर ध्वज की मेजबानी करते हुए दिखाए गए हैं.

बद्री बटालियन द्वारा अमेरिका का इस तरह मजाक उड़ाया जाना उस समय सामने आ रहा है, जब हर तरफ से आवाज उठने लगी है कि अमेरिका ने अफगानिस्तान से सेना को वापस क्यों बुलाया. हालांकि आलोचनाओं का जवाब देने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद सामने आए और साफ कह दिया कि हम फेल नहीं हुए हैं, अफगान लीडरशिप और सेना ने हाथ खड़े किए हैं.

बता दें कि तालिबान की बद्री 313 बटालियन लड़ाकों की एक विशेष यूनिट है. इस यूनिट के सदस्य बिलकुल अमेरिका के मरीन कमांडो की तरह हैं, जो अत्याधुनिक घातक अमेरिकी M4 राइफल, बॉडी आर्मर, नाइट विजन गॉगल्स, बुलेट प्रूफ जैकेट और हथियारों से लैस बख्तरबंद गाड़ियां और मशहूर HUMVEES (हम्वीज़) चलाते हैं.
बटालियन के इस ग्रुप द्वारा जारी किए गए वीडियो में बद्री 313 सैनिकों को अत्याधुनिक सैन्य हेलमेट और धूप के चश्मे के साथ देखा जा रहा है, जबकि आम तौर पर तालिबानी लड़ाके सलवार कमीज और एके 47 को कंधे पर लटकाए दिखते हैं.

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि तालिबान समूह ने लगभग 28 बिलियन डॉलर के हथियारों के अवशेष को जब्त कर लिया है, जो अमेरिका ने 2002 और 2017 के बीच अफगान सेना को दिए थे.

बेवसाइट मिरर की रिपोर्ट के अुनसार तालिबान की बद्री बटालियन को न केवल काबुल में बल्कि अन्य जगहों पर भी तैनात किया जा रहा है. माना जा रहा है कि सत्ता में आने के बाद तालिबान अगले कुछ सप्ताह में बद्री बटालियन को और भी मजबूत बनाएगा
हालांकि जब तालिबान ने पहली बार बद्री 313 की तस्वीरें जारी कीं, तो विशेषज्ञों का मानना था कि वे एक संकेत भेज रहे थे कि समूह के पास अब आधुनिक सैन्य क्षमताएं हैं