काबुल. तालिबान ने रविवार को उत्तरी अफगानिस्तान के चारों ओर अपना फंदा कसते हुए तीन और प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा कर लिया. वे हाल के महीनों में ग्रामीण इलाकों पर कब्जा करने के बाद अब शहरों पर अधिकार के लिए लड़ाई कर रहे हैं और तेजी से अपने पांव पसार रहे हैं. विद्रोहियों ने शुक्रवार से अफगानिस्तान में पांच प्रांतीय राजधानियों को हमले के जरिए छीन लिया है. उत्तर में कुंदुज, सर-ए-पुल और तालोकान पर तालिबान ने रविवार को एक-दूसरे के कुछ घंटों के भीतर अपना कब्जा कर लिया. शहर के सांसदों, सुरक्षा सूत्रों और निवासियों ने इसकी पुष्टि की है. कुंदुज में, एक स्थानीय निवासी ने बताया कि शहर ‘चारों ओर से अराजकता’ में घिरा हुआ है.
तालिबान ने रविवार दोपहर एक बयान में कहा, ‘कुछ भीषण लड़ाई के बाद, मुजाहिदीन ने भगवान की कृपा से कुंदुज की राजधानी पर कब्जा कर लिया.’ मुजाहिदीनों ने सर-ए-पुल शहर, सरकारी इमारतों और वहां के सभी प्रतिष्ठानों पर भी अपना अधिकार जमा लिया है. विद्रोहियों ने रविवार शाम ट्विटर पर कहा कि उन्होंने तखर प्रांत की राजधानी तालोकान को भी अपने कब्जे में ले लिया है. सर-ए-पुल में एक महिला अधिकार कार्यकर्ता परवीना अज़ीमी ने एएफपी को फोन पर बताया कि सरकारी अधिकारी और शेष बल शहर से लगभग तीन किलोमीटर (दो मील) दूर एक सेना बैरक में पीछे हट गए थे
तालिबान विद्रोहियों ने रविवार को उत्तरी अफगानिस्तान के कुंदुज प्रांत की राजधानी के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण कर लिया, जिसमें गवर्नर कार्यालय और पुलिस मुख्यालय भी शामिल है. यह जानकारी प्रांतीय परिषद के एक सदस्य ने दी. गुलाम रबानी रबानी ने बताया कि विद्रोहियों और सरकारी बलों के बीच लड़ाई गवर्नर कार्यालय और पुलिस मुख्यालय के आसपास हुई, लेकिन बाद में तालिबान ने दोनों इमारतों पर नियंत्रण कर लिया. उन्होंने कहा कि कुंदुज में मुख्य जेल भवन पर भी चरमपंथियों का नियंत्रण है.
रबानी ने कहा कि शहर के हवाईअड्डे और अन्य हिस्सों में लड़ाई जारी है. कुंदुज रणनीतिक जगह पर स्थित है, जहां से उत्तरी अफगानिस्तान के साथ-साथ लगभग 335 किलोमीटर दूर स्थित राजधानी काबुल तक अच्छी पहुंच है. तालिबान विद्रोही शनिवार को जावजान प्रांत के 10 में से नौ जिलों पर नियंत्रण के बाद इसकी राजधानी में दाखिल हुए. देश की 34 प्रांतीय राजधानियों में से कई को खतरा है क्योंकि तालिबान लड़ाके आश्चर्यजनक गति से अफगानिस्तान के बड़े इलाके को अपने नियंत्रण में करते जा रहे हैं.
गौरतलब है कि अमेरिका और नाटो सैनिकों द्वारा देश से वापसी समाप्त करने के साथ ही तालिबान के हमले बढ़ गए हैं. अफगान सुरक्षाबलों ने अमेरिका की सहायता से हवाई हमलों से जवाबी कार्रवाई की है. हालांकि लड़ाई ने आम नागरिकों के हताहत होने को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं.