तालिबान (Taliban) ने उत्तरी अफगानिस्तान (Afghanistan) के चारों ओर अपना फंदा कस लिया है। तालिबान की उत्तरी अफगानिस्तान पर पकड़ तेजी से मजबूत होती जा रही है। वे हाल के महीनों में ग्रामीण इलाकों पर कब्जा करने के बाद शहरों की तरफ बढ़ रहे हैं। विद्रोहियों ने मात्र एक दिन में 3 प्रांतों की राजधानियों पर कब्जा कर लिया, जिनमें कूंदूज और सार-ए-पूल प्रांत की राजधानी और तखार प्रांत की राजधानी तोलोकान शामिल हैं।
तालिबान का पहले ही दो अन्य प्रांतों निमरोज और जोवजजान प्रांत की राजधानियों जरांज और शेबेरघान पर कब्जा कर चुका है। अमेरिका समेत दुनिया के सभी देश इस मामले पर चुप्पी साध रहे हैं। ऐसा लग रहा है जैसे अमेरिका ने तालिबान के आगे सरेंडर कर दिया हो।
अमेरिका भी तालिबान से लड़ने में असमर्थ
आपको बता दें कि तालिबान ऐसे समय पर ग्रामीण इलाकों के बाद शहरों पर कब्जे तेज किए हैं जब अमेरिकी सेनाएं अफगानिस्तान से लगभग वापस जा चुकी हैं। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने तालिबान के कब्जे को बहुत तवज्जो नहीं दिया था और कहा था कि उन्होंने रणनीति के तहत अपनी सेनाओं को शहरों की रक्षा के लिए बुला लिया है। उन्होंने कहा कि शहरों की रक्षा करना आसान है।
अब अफगानिस्तान के 5 प्रमुख शहरों के तालिबान के कब्जे में चले जाने से अशरफ गनी का दावा फेल होता नजर आ रहा है और शहरों में तालिबान के अफगान सेना पर भारी पड़ रहे हैं। कूंदूज शहर में रविवार को भीषण जंग के बाद तालिबान का झंडा अब लहराने लगा है। अब शहर का एयरपोर्ट छोड़कर बाकी सब तालिबान के नियंत्रण में चला गया है। कूंदूज के एक नागरिक ने बताया कि पूरे शहर में अफरातफरी का माहौल है।
हैरानी की बात यह है कि अमेरिका समेत पूरी दुनिया तालिबान के इस जीत को आंख बंद करके देख रहे हैं। तालिबान ने एक बयान जारी करके कहा है कि जोरदार जंग के बाद मुजाहिद्दीन ने कूंदूज प्रांत की राजधानी पर कब्जा कर लिया है। उसने सार-ए-पूल शहर पर भी कब्जा करने का दावा किया है। राजधानी काबुल में सामान लाने के लिए कूंदूज एक बेहद अहम जरिया था और मई महीने में तालिबान के आक्रामक हमले के बाद यह उसका सबसे अहम कब्जा है।