जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ़ महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को तालिबान के बहाने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे सब्र का इम्तेहान न लिया जाए। जिस दिन सब्र टूटेगा, आप भी नहीं रहोगे, मिट जाओगे। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्ज़ा दोबारा दिया जाए। महबूबा मुफ्ती के इसी तल्ख तेवर के जवाब में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सवाल पूछा है कि अगर हिंदू अपना आपा खो दें तो। उनके इस सवाल पर वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने उन्हीं की पार्टी को निशाने पर लिया है।
सुब्रमण्यम स्वामी में अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में लिखा, ‘अगर हिंदू अपना आपा खो दें तो?’ उनके इस ट्वीट को रीट्वीट करते हुए पुण्य प्रसून बाजपेयी ने उन्हें जवाब दिया, ‘तब बीजेपी की हिंदुत्व की राजनीति ख़त्म हो जाएगी।’
पुण्य प्रसून बाजपेयी की इस टिप्पणी पर ट्विटर यूजर्स की भी खूब प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। शोम रातुरी नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘देश में कोई तो है जिसे हिंदू नजर आते हैं इसलिए बीजेपी का मजबूत रहना जरूरी है।’ रितेश मित्तल नाम के एक यूजर ने पुण्य प्रसून बाजपेयी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘भाजपा हिंदुत्व की राजनीति करती है- कवि का ऐसा कहना है। बाकी सम्पूर्ण विपक्ष जो अल्पसंख्यकों की राजनीति करता है वो तो सेक्युलरिज़्म है।’
एपी नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘बीजेपी नहीं बल्कि कांग्रेस और इसके एजेंट्स जल्द ही खत्म हो जाएंगे।’ दीपक सलूजा नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘तब सिर्फ़ क्रांतिकारी, बहुत क्रांतिकारी बचेंगे।’ कर्म योगी नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘बीजेपी हिंदुत्व की राजनीति करती है और कांग्रेस बाटला हाउस एनकाउंटर में आंसू बहाती है।’
बहरहाल, महबूबा मुफ्ती के बयान की बात करें तो, कुलगाम में एक सभा को संबोधित करते हुए पीडीपी चीफ ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान ने अमेरिका को भागने के लिए मजबूर किया। मैं तालिबान से अपील करती हूं कि ऐसा कोई काम न करें जिससे दुनिया उनके खिलाफ हो। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर में शांति चाहती है तो उसे आर्टिकल 370 बहाल करना होगा और बातचीत से कश्मीर मुद्दे को हल करना होगा।