मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले के एक स्कूल में ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने के चलते विवाद हो गया। इसमें कुछ लोगों ने एक छात्र और शिक्षक की स्कूल के बाहर कथित तौर पिटाई की। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि भोपाल से लगभग 175 किलोमीटर दूर बड़ौद कस्बे में मंगलवार को इस घटना को लेकर करीब 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
बुधवार को आगर-मालवा के जिला पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार (एसपी) ने फोन पर पीटीआई- भाषा को बताया कि आगर-मालवा जिले के बड़ौद कस्बे के एक निजी स्कूल में हिंदू-मुसलमान सहित अन्य समुदायों के छात्र पढ़ते हैं। इस बीच स्कूल में ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने को लेकर छात्रों के बीच कुछ विवाद हुआ था, और मामला वहीं शांत हो गया। लेकिन स्कूल के बाहर कथित तौर एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के छात्र की पिटाई कर दी।
एक अन्य पुलिस अधिकारी का कहना है कि, प्रार्थना के दौरान स्कूल में राष्ट्रगान होता है, अंत में ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए जाते हैं। इस दौरान कुछ मुस्लिम बच्चे भारत माता की जय नहीं बोल रहे थे। इसको लेकर कक्षा 12वीं के छात्र भरत सिंह राजपूत (19) ने विरोध किया, जिसके चलते यह विवाद हुआ। अधिकारी ने जानकारी दी कि, भरत सिंह ने पुलिस में शिकायत दी कि जब वह मंगलवार को बाकी छात्रों के साथ स्कूल से घर जा रहा था तो रास्ते में उसे और एक शिक्षक को रोककर पीटा गया।
दर्ज शिकायत के अनुसार भरत सिंह ने दावा किया कि बड़ौद कस्बे के कसाई मोहल्ला इलाके में कुछ मुस्लिम लड़कों और उनके दोस्तों ने मिलकर उन्हें और अनुसूचित जाति के शिक्षक को रोककर पिटाई की। आरोपियों ने उसे और अन्य लोगों को अपशब्द भी कहे और लाठियों से पीटा। शिकायतकर्ता छात्र ने आरोप लगाया कि शिक्षक इस घटना का अपने मोबाइल फोन से वीडियो बना रहे थे तो आरोपियों ने उनका फोन तोड़ दिया और उन्हें भी लाठियों से मारा।
हालांकि एसपी राकेश सागर ने कहा, ‘‘इस घटना में क्योंकि सभी शामिल लोग छात्र हैं इसलिए यह कानूनी अपराध की तुलना में उचित परामर्श और मार्गदर्शन का मामला है। स्कूल के शिक्षकों और प्रधानाचार्य को छात्रों को नैतिक शिक्षा देनी चाहिए।’’ एसपी ने कहा, ‘‘विवाद की शिकायत के बाद मारपीट और दंगा करने के लिए भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं और एससी-एसटी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।’’
एक अन्य अधिकारी ने कहा कि राजपूत की शिकायत के बाद मामले में नौ लोगों के खिलाफ नामजद और 8-10 अन्य अज्ञात लोगों की खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है और मामले की जांच के बाद आगे कानूनी कदम उठाए जाएंगे।