यूपी के रामपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी आजम खान के किले में सेंध ला चुकी है। इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार घनश्याम लोधी चुनाव जीत चुके हैं। हार के बाद एक बार फिर से सपा उम्मीदवार आसिम राजा ने बूथ कैप्चरिंग के आरोप को दोहराया है।
सपा उम्मीदवार ने जी न्यूज से बात करते हुए कहा कि सपा समर्थक बूथों और मुस्लिम बूथों को प्रशासन ने कैप्चर कर लिया था। उन्होंने जीत की घोषणा पर भी भड़कते हुए कहा कि जब चुनाव आयोग ने अभी तक घोषणा नहीं की है तो ये डाटा कहां से आ गया। क्या मतगणना अधिकारी सीधे हुकूमत तक वोटों के आंकड़े पहुंचा रहे हैं।
आसिम रजा ने कहा- “पुलिस ने बूथ कैप्चर कर लिए थे भाई साहब, वोट नहीं डालने दिए थे। यहां से आंकड़े लीजिए कि जो मुस्लिम बस्तियां हैं या समाजवादी समर्थक इलाके हैं तो वहां अगर किसी बूथ पर 800 वोट हैं तो 18 वोट भी नहीं पड़े। कहीं एक वोट पड़ा, कहीं 10 वोट पड़े, कहीं 50 पड़े।”
सपा नेता यहीं नहीं रूके, उन्होंने ईवीएम में भी हेर फेर का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 25 जून की रात को एक बजे लेकर सुबह सात बजे तक स्ट्रांग रूम की निगरानी के लिए लगे कैमरे की स्क्रीन बंद रही थी
बता दें कि आसिम राजा, आजम खान के करीबी हैं। इस उपचुनाव में टिकट का फैसला सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नहीं, आजम खान ने किया था। बताया जाता है कि अखिलेश यादव ने खाली फॉर्म आजम के पास भिजवाया था ताकि वो अपने मनपसंद उम्मीदवार का नाम उसपर लिख सकें। आजम खान ने अपनी पत्नी को छोड़कर आसिम राजा का नाम इस फॉर्म पर लिखा था।
वहीं जिस घनश्याम लोधी से यहां से सपा उम्मीदवार को पटखनी दी है, वो भी कभी सपाई ही थे। सपा से एमएलसी रह चुके हैं। लोधी भी आजम खान के ही करीबी थे। हाल ही में सपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे और अब अपने ही पूर्व पार्टी के उम्मीदवार को उन्होंने हरा कर आजम के किले में सेंध लगा दी है। इस सीट से पहले आजम खान ही सांसद थे, उनके विधायक चुने जाने के बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ है।