हैदराबाद: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों के मदद कर सुर्खियों में आए अभिनेता सोनू सूद कुछ दिनों से दूसरे कारणों के चलते सुर्खियों में है.दरअसल आयकर विभाग ने सोनू सूद पर इनकम टैक्स की चोरी करने का आरोप लगाया है. आयकर विभाग ने सोनू के 6 ठिकानों पर छापेमारी करने के बाद सोनू पर 20 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का आरोप लगाया है. अब सोनू सूद ने इस मुद्दे पर एक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
सोनू सूद ने एक लंबा नोट शेयर करते हुए लिखा,’सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है, हर हिंदुस्तानी की दुआओं का असर लगता है।’ इस लंबे पोस्ट में सोनू ने लिखा, ‘आपको हमेशा अपना पक्ष रखने की जरूरत नहीं होती वक्त खुद ऐसा करता है. मेरी खुशनसीबी है कि मैं अपनी पूरी ताकत और दिल से भारत के लोगों की सेवा कर सका. मेरे फाउंडेशन में मौजूद एक-एक रुपया कीमती जिंदगी बचाने और जरूरतमंदों के लिए है. इसके साथ ही कई मौकों पर मैंने विज्ञापन देने वाले ब्रैंड्स को मेरी फीस डोनेट करने को भी प्रोत्साहित किया है, ताकि कभी पैसे की कमी न पड़े।’
सोनू ने आगे लिखा,’मैं कुछ मेहमाहों की आवभगत करने में व्यस्त था और इसलिए पिछले 4 दिनों से आपकी सेवा के लिए उपलब्ध नहीं था. अब मैं एक बार फिर पूरी विनम्रता के साथ आपकी सेवा में जिंदगीभर के लिए वापस आ गया हूं, कर भला, हो भला, अंत भले का भला। मेरा सफर जारी रहेगा. जय हिंद।’
आम आदमी पार्टी और शिवसेना ने सोनू के खिलाफ IT विभाग की इस कार्रवाई की तीखे शब्दों में आलोचना की थी. बता दें कि 48 वर्षीय सोनू सूद ने कोरोना महामारी के दौरान आम लोगों की मदद करके काफी प्रशंसा हासिल की थी. हाल ही में सोनू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी. साथ ही वे दिल्ली सरकार के देश के मेंटॉर कार्यक्रम के ब्रांड अंबेसडर भी बने थे. सोनू के इस ट्वीट कर कमेंट करते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लिखा, ‘आपको और ताकत मिली सोनू जी, आप लाखों भारतीयों के हीरों हैं.’
गौरतलब है कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने शनिवार को आरोप लगाया कि सोनू सूद और उनके सहयोगियों ने 20 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की है. बोर्ड ने यह भी आरोप लगाया कि जब आयकर विभाग ने उनके और उनसे जुड़े लखनऊ स्थित ग्रुप के परिसरों पर छापा मारा, तो यह पाया गया कि उन्होंने अपनी बिना हिसाब की आय को कई फर्जी संस्थाओं से फर्जी असुरक्षित ऋण के रूप में दिखाया है. विभाग ने सूद पर विदेशों से चंदा जुटाने के दौरान विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम (FCRA) के उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया है.