बीजिंग: चीन (China) को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है, जिससे कोरोना के नए वैरिएंट से लड़ाई में उलझी दुनिया की नींद उड़ना लाजमी है. एक रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन गुप्त रूप से खास तरह की मिसाइलें (Missiles) विकसित कर रहा है और उन्हें शिपिंग कंटेनरों में छिपा रहा है. ताकि उनकी दुनियाभर के बंदरगाहों पर तस्करी की जा सके और बिना किसी चेतावनी के लॉन्च किया जा सके. यदि चीन ऐसा कोई कदम उठाता है तो दुनिया के किसी भी देश के पास संभलने का मौका नहीं होगा.
सामान्य कंटेनरों की तरह आते हैं नजर
‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के महासागरों में चीन के विशाल जहाज मौजूद हैं. कुछ पश्चिमी पर्यवेक्षकों का मानना है कि चीन (China) द्वारा इन मिसाइलों का विकास युद्धपोतों का एक नया बेड़ा हासिल करने के समान है. जिन शिपिंग कंटेनरों (Shipping Containers) में मिसाइलों को छिपाया जा रहा है, वो सामान्य कंटेनरों की तरह दिखाई पड़ते हैं, ऐसे में इन्हें बिना किसी की नजर में आए अन्य कंटेनरों के साथ रखकर दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाया जा सकता है.
चीन के पास Stealth Missiles भी हैं!
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन इन मिसाइलों को दुश्मन के बंदरगाहों पर पहुंचाकर सरप्राइज अटैक कर सकता है. इंटरनेशनल असेसमेंट एंड स्ट्रैटेजी सेंटर के रिक फिशर (Rick Fisher) ने कहा कि इस बात की संभावना है कि चीन के पास स्टील्थ मिसाइलें (Stealth Missiles) हैं. US और China आर्थिक और सैन्य दोनों तरह से दुनिया की शीर्ष महाशक्ति बनने की होड़ में हैं. इसके अलावा, ताइवान (Taiwan) को लेकर दोनों के बीच तनाव बना हुआ है. ऐसे में चीन खास मिसाइलें तैयार करना और उन्हें शिपिंग कंटेनरों बाहर भेजना काफी खतरनाक हो सकता है.
अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन
नई मिसाइलों का एक प्रोटोटाइप 2016 के आर्म्स फेयर में देखा गया था. तभी से अटकलें लगाई जा रही थी कि अब उन्हें सक्रिय रूप से तैनात किया जा सकता है. फिशर ने कहा, ‘चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (Chinese Communist Party) अपनी इच्छा के मुताबिक अराजकता पैदा करने के लिए कंटेनरीकृत मिसाइलों का उपयोग करने में पूरी तरह सक्षम है’. इस बीच, स्टॉकटन सेंटर फॉर इंटरनेशनल लॉ (Stockton Centre for International Law) के थिंक-टैंक ने कहा कि असैन्य जहाजों पर गुप्त रूप से हथियार लोड करना अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हो सकता है. साथ ही मिसाइलों को व्यापारिक जहाजों में गुप्त रूप से छिपाने की वजह से नागरिक जहाजों पर खतरा बढ़ जाता है.