शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) और गौरी खान (Gauri Khan) बॉलीवुड के बेस्ट कपल्स में से एक हैं. उनकी प्रेम कहानी के किस्से दुनिया जानती है. शाहरुख और गौरी के तीन बच्चे हैं, जो खासा लाइम लाइट में रहते हैं. बड़ा बेटा आर्यन खान (Aryan Khan), बेटी सुहाना खान (Suhana Khan) और छोटा बेटा अबराम (AbRam) वो स्टार किड हैं, जो अक्सर सुर्खियों में छाए रहते हैं. पत्नी से बेहद प्यार करने वाले किंग खान के जीवन में एक बार ऐसा मोड आया था कि उन्हें लगा था कि अब शायद वह अपनी गौरी को हमेशा-हमेशा के लिए खो देंगे.
शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) को अक्सर अस्पताल से बेहद डर लगता है. पत्नी गौरी (Gauri Khan) भी जब अस्पताल में पहुंचीं तो डर की वजह से उनके हाथ पैर फूल गए थे. इसके पीछे कारण उनका अतीत रहा. दरअसल, शाहरुख 15 साल के थे जब उन्होंने अपने पिता को खो दिया और 26 साल की उम्र में उनकी मां का निधन हो गया. दोनों ने अस्पताल में दम तोड़ा था. इस गम को शाहरुख कभी नहीं भूल सके थे.
दर्द का किया जिक्र
गौरी खान जब पहली बार अपने बेटे आर्यन खान को जन्म देने वाली थीं और प्रसव पीड़ा से गुजर रही थीं तो शाहरुख उनकी स्थिति देखकर डर गए थे. एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने इस दर्द का जिक्र किया था.
आर्यन नहीं गौरी की थी चिंता
शाहरुख ने कभी गौरी को बीमार होते या अस्पताल में भर्ती होते हुए नहीं देखा था. उसका शरीर ठंडा होते देख, शाहरुख के मन में कुछ देर के लिए उन्हें खोने का डर आ गया. उन्होंने उस समय उनके अजन्मे बच्चे के बारे में भी नहीं सोचा… वह चाहते थे कि गौरी को फिर से होश में आएं और सेहतमंद हो जाएं.
पुराने डर ने शाहरुख को डराया
उन्होंने कहा कि वह बहुत कांप रही थी और मैं ये जानता हूं कि आप बच्चों को जन्म देते समय नहीं मरते… लेकिन पुरानी यादों ने मेरे अंदर उस डर को जिंदा कर दिया.
तीन बच्चों के माता-पिता हैं गौरी- शाहरुख
हालांकि, सब ठीक हो गया और दंपति साल 1997 में आर्यन खान के माता-पिता बना दिया. साल 2000 में गौरी ने बेटी सुहाना को जन्म दिया. लेकिन तीसरी संतान के लिए साल 2013 में दंपति ने सरोगेसी का विकल्प चुना और बेटे अबराम का अपने परिवार में स्वागत किया.