यूपी की रामपुर लोकसभा उपचुनाव में वोट डालने आए सपा नेता आजम खान बूथों को खाली देख कर भड़क गए। उन्होंने कहा कि आतंक के साए में वोट डालने आया हूं। बीजेपी हिटलर से आगे निकल गई है। पुलिस प्रशासन द्वारा हमारे लोगों को वोट डालने नहीं दिया जा रहा है’। पुलिस की पचास गाड़ियां खड़ी हैं, पुलिस अधिकारी खड़े हैं, वो वोटर्स को रोक रहे हैं। मोहल्ले की सड़कों पर वोटर्स खड़े हैं और उसके नाके पर पुलिस खड़ी है।
जब आजम खान से पूछा गया कि चुनाव किस तरफ जा रहा है? इस पर आजम ने कहा, ‘चुनाव ही कहां हो रहा है, जाएगा किस तरफ, ये चुनाव होता है? यह तो हिटलर ने भी नहीं किया होगा. आपको दिख रहा है कि ये निष्पक्ष चुनाव हो रहा है?
आजम खान ने कहा, ‘अंधे हैं हम दिख ही कहां रहा है। न आपको दिख रहा है, न आपके कैमरे को दिख रहा है। हम तो अंधे हैं। आप देख नहीं रहे हैं सारे बूथ खाली पड़े हैं, कोई वोट डालने वाला ही नहीं है।’
खान ने कहा कि आप जरा जाकर देखिए कि पुलिस थानों में कितने लोग बंद हैं। कितनी महिलाएं बंद हैं। ऐसा पहली बार है कि महिलाएं बंद हैं। लोगों को मारा गया है। टोपी वाले को तो छोड़ा ही नहीं गया। उन्होंने कहा कि मुर्गी, बकरी, भैंस, किताब डकैती में हम बंद हैं, हम अपनी कहां शिकायत लेकर जाएंगे। मंत्री रहते हम और हमारी पत्नी-बच्चे ने शराब की दुकान लूटी है। 16900 रुपए गल्ले से लूटा है। हम कैसे विरोध कर सकते हैं। हमें कहां से अधिकार हो गया विरोध करने का।
सपा नेता ने मीडिया से कहा कि हम आपके सामने खड़े हैं, आप हमको हिंदुस्तानी मान लें, यही हमारा सौभाग्य होगा। जब आजम खान से पूछा गया कि क्या इस शिकायत को लेकर चुनाव आयोग जाएंगे। इस पर आजम ने कहा कि क्या चुनाव आयोग जाकर क्या करेंगे। हिंदुस्तान में ऐसी कौन सी संस्था है, जो स्वतंत्र है। उन्होंने कहा कि मैं सच कह रहा हूं, यह आरोप नहीं है, अगर आरोप लगाऊंगा तो आरोप का मुकदमा कायम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कम से कम मीडिया तो सच बोले। मीडिया भी सच नहीं बोलती, इसलिए लोगों का मीडिया से भरोसा उठ गया।