ईरान ने अपने राष्ट्रध्वज के ‘अपमान’ के बाद अमेरिका को ‘कीमत चुकाने’ की धमकी दी है.
ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी IRNA के अनुसार, राजनीतिक मामलों के उपाध्यक्ष मोहम्मद देहक़न ने कहा कि अमेरिकी फ़ुटबॉल फ़ेडरेशन की वेबसाइट पर ईरान के राष्ट्रध्वज के साथ गड़बड़ करने के लिए अमेरिका को कीमत चुकानी होगी.
दरअसल यूएस फ़ुटबॉल फ़ेडरेशन ने ट्विटर, फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर कुछ ग्राफ़िक्स पोस्ट किए थे, जिनमें ईरान के झंडे से ‘अल्लाह’ शब्द हटा दिया गया था. ईरान के झंडे पर हरे और लाल रंग के बीच में सफ़ेद रंग पर अल्लाह लिखा है.
अमेरिका ने कहा कि उन्होंने बुनियादी अधिकारों की लड़ाई लड़ रही ईरानी महिलाओं के समर्थन में ईरान का आधिकारिक झंडा न इस्तेमाल करने का फ़ैसला लिया था.
देहक़न ने अमेरिका के इस कदम को ‘अनैतिक’ और अंतरराष्ट्रीय नियमों के ख़िलाफ़ बताया है.
उन्होंने कहा कि ईरानी प्रशासन ये मामला ऊपर ले जाएगा ताकि अमेरिका को अपने ग़ैर-कानूनी काम के लिए कीमत चुकानी पड़े.
ईरान का फ़ुटबॉल फ़ेडरेशन भी फ़ीफ़ा से इस मामले की शिकायत कर चुका है.
वहीं, अमेरिका ने कहा कि उन्होंने बुनियादी अधिकारों की लड़ाई लड़ रही ईरानी महिलाओं के समर्थन में ईरान का आधिकारिक झंडा न इस्तेमाल करने का फ़ैसला लिया.
ईरान में सितंबर महीने में 22 वर्षीय महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद पूरे देश में सरकार विरोधी प्रदर्शन जारी है. अमीनी को ईरान की मोरैलिटी पुलिस ने हिरासत में लिया था.
हालांकि ईरानी पुलिस का कहना है कि महसा की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी.
ईरान इससे पहले अमेरिका और अन्य देशों पर प्रदर्शन को हवा देने का आरोप लगाता रहा है. प्रदर्शनकारियों पर ईरान की कार्रवाई के बाद अमेरिका ने भी कई ईरानी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाए हैं. अमेरिका और ईरान के बीच साल 1980 से कूटनीतिक रिश्ते नहीं है.