ईरान समर्थित मिलिशिया के हमलों में 24 अमेरिकी सैन्यकर्मी घायल हो गए ! यूएस सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) ने मंगलवार को एनबीसी न्यूज को बताया कि पिछले हफ्ते से शुरू हुए इराक और सीरिया में अमेरिकी ठिकानों पर ड्रोन हमलों की एक श्रृंखला में दो दर्जन अमेरिकी सैन्यकर्मी घायल हो गए थे।
एनबीसी न्यूज के मुताबिक, चोटें मामूली थीं। पेंटागन प्रेस सचिव वायु सेना ब्रिगेडियर. जनरल पैट राइडर ने मंगलवार को कहा कि 17-24 अक्टूबर के बीच अमेरिका और गठबंधन सेना पर इराक में कम से कम 10 बार और सीरिया में तीन बार आत्मघाती ड्रोन और रॉकेट से हमला किया गया।
मंगलवार की रात, इराक में ईरान समर्थित मिलिशिया ने कहा कि उन्होंने उत्तरपूर्वी इराक में अमेरिकी सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले खरब अल-जिर बेस पर रॉकेट हमला किया।
वही अमेरिकी मीडिया द्वारा सनसनीख़ेज़ दावा सामने आया है अमेरिकी न्यूज़ पेपर वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार सऊदी अरब ने इज़राइल पर हौथी हमले को विफल करने में मदद की पिछले हफ्ते, यमन में हौथी विद्रोहियों द्वारा इजरायल की ओर पांच ईरानी निर्मित क्रूज मिसाइलें और लगभग 30 ड्रोन दागे गए थे।
घटना से परिचित लोगों ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि यूएसएस वॉरशिप ने लाल सागर के ऊपर चार मिसाइलों को मार गिराया, जबकि पांचवीं मिसाइल को सऊदी अरब ने अपने हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए मार गिराया।
आपको बता दें की अमेरिका ने पुष्टि की थी कि उसने लाल सागर के ऊपर हौथी मिसाइलों को मार गिराया है, लेकिन अभी तक सऊदी अधिकारियों ने इस घटना में सऊदी वायु रक्षा की भागीदारी की पुष्टि नहीं की है।
पेंटागन ने मंगलवार को कहा कि हौथिस द्वारा लॉन्च की गई मिसाइलों की रेंज लगभग 2,000 किलोमीटर होने का अनुमान है। उत्तर पश्चिमी यमन से इलियट की दूरी लगभग 1,700 किमी है।
राइडर ने जोर देकर कहा कि अमेरिका “अभी भी निश्चित रूप से नहीं कह सकता कि वे मिसाइलें और ड्रोन किसको निशाना बना रहे थे।”
पेंटागन ने मंगलवार को यह भी घोषणा की कि मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के मद्देनजर F-16 लड़ाकू विमानों का एक दस्ता अमेरिका के जिम्मेदारी वाले CENTCOM क्षेत्र में आ गया है। अमेरिका ने इस क्षेत्र में THAAD बैटरी और पैट्रियट मिसाइल बटालियन भी भेजी है।