साक्षी ने कहा: अगर बृजभूषण जैसा ही अध्यक्ष बनता है तो मैं कुश्ती छोड़ती हूं
नई दिल्ली। संजय कुमार सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। वह लम्बे समय तक महासंघ पर राज करने वाले बृजभूषण शरण सिंह के करीबी हैं।
गुरुवार को हुए मतदान में संजय सिंह को कुल 47 में से 40 मत प्राप्त हुए। उनका मुकाबला अनीता श्योराण से था। सिंह इससे पहले संयुक्त सचिव थे। चुनाव परिणाम सामने आने के बाद गुरुवार को महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास ले लिया है।
पहलवान साक्षी मलिक ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए। अगर बृज भूषण शरण सिंह के बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी को कुश्ती संघ का अध्यक्ष चुना जाता है, तो मैं कुश्ती छोड़ती हूं। हमारा समर्थन करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद। लड़ाई पूरे दिल से लड़ी। अगर अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह जैसा आदमी ही रहता है तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं।
लगता है पीढ़ियां न्याय के लिए लड़ती रहेंगी: बजरंग
वहीं रेसलर बजरंग पूनिया ने कहा कि खेल मंत्री ने ऑन रिकॉर्ड कहा था कि बृजभूषण से जुड़े किसी भी व्यक्ति को फैडरेशन का अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा। लेकिन लगता है कि यहां बेटियों को न्याय नहीं मिलेगा। लगता है पीढ़ियां न्याय के लड़ती रहेंगीं। सरकार ने जो वादा किया किया था वो पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि वह हमारे साथ न्याय करेगी। साक्षी के संन्यास लेने के बाद विनेश फोगाट भी भावुक हो गई और संवाददाता सम्मेलन में ही रोने लगी।
बृजभूषण और विवाद
उल्लेखनीय है कि बृज भूषण शरण सिंह 12 साल से लगातार कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बने हुए थे। इस साल की शुरुआत में ही महिला पहलवानों ने उन पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। इस मामले में भाजपा सांसद के खिलाफ दिल्ली पुलिस जांच भी कर रही है। इसी के चलते बृजभूषण को पद से हटना पड़ा और यह तय हुआ था कि वह खुद या उनके परिवार या रिश्तेदार का कोई सदस्य भी चुनाव में नहीं लड़ेगा।
By Ahsan Ali