मॉस्को: रूस ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station) के साथ अपना सहयोग समाप्त करने की घोषणा की है. रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रॉसकॉसमॉस (Roscosmos) के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि अब उनका देश अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी
नासा (National Aeronautics and Space Administration) और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (European Space Agency) के साथ मिलकर काम नहीं करेगा.
दिमित्री रोगोजिन ने कहा कि रॉसकॉसमॉस के साथ मिलकर नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी जिन प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे थे, उनको पूरा करने की समय सारिणी रूस के नेतृत्व को जल्द सौंप दी जाएगी. अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन ही वह आखिरी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है जिस पर रूस का रॉसकॉसमॉस, अमेरिका का नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी साथ काम कर रहे थे. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद इस प्रोजेक्ट पर चल रहा आगे का काम सस्पेंड कर दिया गया था.
लेकिन यकीनन यह (अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन ) सबसे महत्वपूर्ण स्पेस मिशन बना हुआ है, क्योंकि वर्तमान में ISS कई अंतरिक्ष यात्रियों का घर है, और इसे पृथ्वी पर वापस गिरने से बचाने के लिए इसकी कक्षा को लगातार चलायमान रखने की आवश्यकता होती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि रूसी अंतरिक्ष एजेंसी के चीफ दिमित्री रोगोजिन ने कुछ दिनों पहले अमेरिका और यूरोपीय देशों को चेतावनी दी थी कि मॉस्को पर लगाए जा रहे आर्थिक प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर काम को बाधित कर सकते हैं, और इसके “समुद्र में या जमीन पर गिरने” का खतरा मंडरा रहा है.
हालांकि, बीते सप्ताह तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर साथ मिलकर काम करने वाली स्पेस एजेंसियों ने यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान भी सामान्य रूप से काम करना जारी रखा था. उदाहरण के लिए, रूस ने पिछले सप्ताह नासा के अंतरिक्ष यात्री मार्क वंडे हेई को सुरक्षित पृथ्वी पर वापस उतारा था. इस बात की संभावना व्यक्त की जा रही थी कि रूस सहयोग करने से मना कर देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की कक्षा को भी लगातार चलायमान रखा जा रहा था.
दिमित्री रोगोजिन ने ट्विटर पर लिखा, “अंतरिक्ष में हमारे सहयोगियों की स्थिति स्पष्ट है. वे प्रतिबंध नहीं हटाएंगे. यह जानते हुए कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की व्यवहार्यता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रूस की भूमिका मौलिक महत्व की है. पश्चिमी साझेदार यह स्पष्ट करते हैं कि वास्तव में वे, आईएसएस के हित में काम नहीं करेंगे. मैं इस स्थिति को अस्वीकार्य मानता हूं. अमेरिका, कनाडा, यूरोपीय संघ और जापान के प्रतिबंधों का उद्देश्य हमारे उच्च तकनीक वाले उद्यमों की वित्तीय, आर्थिक और उत्पादन गतिविधियों को रोकना है.”
फिर उन्होंने कहा, ”प्रतिबंध इतने महत्वपूर्ण हैं कि उनकी मौजूदगी तक सहयोग संभव नहीं हो पाएगा. मेरा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन और अन्य संयुक्त परियोजनाओं में भागीदारों के बीच सामान्य संबंधों की बहाली केवल अवैध प्रतिबंधों को पूर्ण और बिना शर्त हटाने के साथ ही संभव है.”