जयपुर। राजस्थान के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 10 करोड़ की लागत से सड़कों का निर्माण होगा। सड़कों की मरम्मत के लिए अलग से पैसा दिया जाएगा। राज्य में 200 विधानसभा क्षेत्र हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट पर हुइ बहस का जवाब देते हुए कहा कि नए जिले बनाने के संबंध में एक कमेटी गठित की गई है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर नए जिलों का गठन होगा। उन्होंने बताया कि 23 फरवरी को पेश किए गए बजट में 500 घोषणाएं की गई थी। इनमें से 60 घोषणाओं की स्वीकृतियां जारी कर दी गई हैं। इन पर काम शुरू हो गया है। सीएम ने कई गांवों में उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने, ईव्हीकल पर छूट 31 मार्च तक बढ़ाने, सहरिया व कथोड़ी जनजातियों को 200 दिन का अतिरिक्त रोजगार देने की घोषणा की। गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य के हिस्से का पैसा नहीं दे रही है। इस बार 19 हजार करोड़ कम दिया जा रहा है।
सरकार ने खरीदी महंगी बिजली, विपक्ष ने सदन में घेरा
राज्य विधानसभा में गुरुवार को महंगी बिजली की खरीद को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। मामले में सरकार का बचाव करते हुए अध्यक्ष सीपी जोशी ने विपक्ष से इस सवाल को अलग से लाने की बात कहीं। उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने प्रश्नकाल में प्रदेश में बिजली खरीद का मामला उठाया। जवाब में ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि 16 से 20 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदने की बात पूरी तरह सही नहीं है। बिजली समस्या होने पर कुछ समय के लिए ही यह बिजली खरीद की गई थी। राठौड़ ने पूछा कि बिजली होने के बावजूद आपने अगस्त में महंगी बिजली क्यों खरीदी। इस पर भाटी ने कहा कि अगस्त माह में कोयला खदानों में पानी भर जाने से समस्या हुई, जो पूरे देश में कोयले की कमी हो गई। उस वक्त ओपन एक्सचेंज (खुला विनिमय) से बिजली खरीदी गई। राठौड़ ने कहा कि 13097 करोड़ की बिजली खरीदी है। यह बड़ा स्कैंडल है, इस पर आधे घंटे की चर्चा करवाई जाए। मंत्री भाटी ने कहा कि किसानों को और आम लोगों को पूरी बिजली दे सके। भाटी ने बताया कि पिछले साल जुलाई, अगस्त और सितंबर महीनों में बिजली खरीदी गई थी। जुलाई में 25.44 करोड़ यूनिट बिजली 2.91 रुपये प्रति यूनिट की दर से खरीदी गई, जिसकी लागत 75.04 करोड़ रुपये थी। इसी तरह अगस्त 2021 में 77.70 करोड़ यूनिट बिजली 6.23 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से खरीदी गई, जिसकी लागत 484.13 करोड़ थी। साथ ही, सितंबर 2021 में 41.37 करोड़ यूनिट बिजली 3. 55 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से खरीदी गई इसकी लागत 146.88 करोड रुपये थी।