जयपुर. राजस्थान में एक आरएएस अधिकारी की ओर से हिंदू देवी-देवताओं और ब्राह्मणों (Hindu deities and Brahmins) के खिलाफ सोशल मीडिया में अभद्र टिप्प्णी करने का मामला सामने आया है.
उसके बाद उस पर जबर्दस्त बवाल मच गया है. राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी केसरलाल मीणा (RAS Kesarlal Meena) की ओर से यह टिप्पणी व्हाट्सऐप ग्रुप में की गई थी. इस टिप्पणी का स्क्रीन शॉट वायरल होने के बाद बाद ब्राह्मण संगठनों में आक्रोश फैल गया है. उन्होंने आरएएस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. वहीं अधिकारी ने इस मामले में माफी मांगते हुये कहा कि गलती से मैसेज फॉरवर्ड हो गया था. उनकी ऐसी भावना नहीं है.
जानकारी के अनुसार टिप्प्णी करने वाले आरएएस अधिकारी केसरलाल मीणा इंडस्ट्री एंड कॉमर्स डिपार्टमेंट में ज्वॉइंट सेकेट्री हैं. केसरलाल मीणा ने आरएसएस अधिकारियों के व्हाट्सऐप ग्रुप पर गुरुवार का रात को एक मैसेज फॉरवर्ड किया था. इस मैसेज में देवी-देवताओं के अलावा ब्राह्मणों के खिलाफ टिप्पणी की गई थी. अन्य आरएएस अधिकारियों की ओर से इस पर आपत्ति जताने के बाद केसरलाल मीणा ने मैसेज को डिलीट कर दिया था. लेकिन अब मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. मैसेज का स्क्रीन शॉट तेजी से वायरल हो रहा है और उस पर कड़ी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं.
अधिकारी को गिरफ्तार कर बर्खास्त करने की मांग
केसरलाल मीणा की ओर से इस मैसेज के फॉरवर्ड करते ही कई आरएएस अधिकारियों ने ऐतराज जताया. उन पर विभिन्न जातियों के खिलाफ जहर भरा होने का आरोप लगाया. स्क्रीन शॉट वायरल होते ही ब्राह्मण संगठन विरोध में उतर आए. ब्राह्मण संगठनों ने इस मामले में आरएएस केसरलाल मीणा पर समाज में वैमन्यस्ता फैलाने का आरोप लगाया है. इसके साथ ही इसे संवैधानिक शपथ की अवेहलना बताया है. ब्राह्मण संगठन सरकार से आरएएस के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उनकी मांग है कि आरएसएस केसरलाल मीणा को गिरफ्तार कर बर्खास्त किया जाये. कार्रवाई नहीं होने पर अगले दो तीन दिनों में जन आंदोलन की चेतावनी दी है.
अधिकारी केसरलाल मीणा ने मांगी माफी
आरएएस अधिकारियों के इस व्हाट्सऐप ग्रुप में सैंकड़ों आरएएस अधिकारी शामिल हैं. स्क्रीन शॉट वायरल होने के बाद कोई भी आरएएस इस मामले में प्रतिक्रियाएं देने से बच रहे हैं. केसरलाल मीणा ने न्यूज से बातचीत में इस मामले में माफी मांगने के साथ सफाई भी दी है. आरएएस केसरलाल मीणा ने कहा कि गलती से मैसेज फॉरवर्ड हो गया था. मेरी ऐसी भावना नहीं है. केसरलाल मीणा ने ब्राह्मण नेताओं से मिलकर इस मामले में माफी भी मांगी है.