लखनऊ। बलात्कार का एक आरोपी टिकटॉकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित जेल से बाहर निकला। घर जाते वक्त उसके समर्थक बड़ी संख्या में उसके पास आ जुटे। वह कार में सवार हो गया और जेल से छूटने की खुशी में ठुमकने लगा।
उसने और उसके समर्थकों ने नियम-कायदे की धज्जियां उड़ाईं। शहर के कई हिस्सों से उनकी गाड़ियों का काफिला निकला। वह युवक यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार हुआ था, लेकिन जेल से छूटने पर उसे किसी क्रांतिकारी की तरह फूलमालाओं से लादकर काफिले में ले जाया गया।लखनऊ का मामला
यहां बात हो रही है दिव्यांशु उर्फ राजन पंडित की। हां जी, उसके खिलाफ मुंबई के कांदीवली में रहने वाली एक लड़की ने इंदिरानगर कोतवाली में पिछले साल नवंबर में केस दर्ज कराया था। लड़की के मुताबिक, राजन ने उसे प्यार में लेकर 2 साल तक उसका शारीरिक शोषण किया। वह गर्भवती हो गई, तो जबरन उसका गर्भपात करा दिया था। जिसके बाद पीड़िता की शिकायत पर राजन को धर लिया गया। इंस्पेक्टर आरपी प्रजापति ने बताया कि दिव्यांश मानस सिटी-लखनऊ में रहता था। वह अभी तक जेल में था, उसने बेल मांगी थी, जिससे वह जेल से छूट गया।
दिव्यांशु उर्फ राजन पंडित

मगर, जेल से छूटने पर उसने और उसके समर्थकों ने ऐसे जश्न मनाया जैसे कोई हीरो हो। उसने माला पहने हुए लक्जरी गाड़ियों के काफिले के साथ सुशांत गोल्फ सिटी तक जुलूस निकाला। उसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। जिसके बाद पुलिस ने उसके खिलाफ फिर से कार्रवाई शुरू कर दी। गोसाईगंज के इंस्पेक्टर शैलेंद्र गिरी का कहना है कि, राजन की बेल कैंसिलेशन के लिए लखनऊ पुलिस विभागीय कार्रवाई करेगी।
मोटर व्हीकल एक्ट उल्लंघन का मामला दर्ज

उन्होंने कहा कि जेल से छूटने पर राजन को उसके समर्थकों ने मालाएं पहनाकर स्वागत किया और फिर गाड़ियों का काफिला निकालकर फिल्म के गुंडों की तरह कारों को सड़कों पर दौड़ाया। उनकी इस हरकत के लिए खतरनाक ड्राइविंग और मोटर व्हीकल एक्ट उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया गया है।

ट्रैफिक नियम भंग करने का यह मुकदमा गोसाईगंज थाने में दर्ज किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने 14500 रुपए का ऑनलाइन चालान भी किया है। वहीं, अब उसकी फिर से गिरफ्तारी हो सकती है। बताया जा रहा है कि, जेल से रिहा होने के बाद राजन गाड़ियों का काफिला सुशांत गोल्फ सिटी तक लेकर गया था। यह जानते हुए भी कि, राजन अपराध करके जेल में मूंदा गया था, समर्थक-लोगों ने उसके बेल पर छूटने पर जश्न मनाया।