कांग्रेस में चिंतन शिविर में शामिल होने आए राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अशोक गहलोत सरकार एक बार फिर निशाना साधा है। प्रदेश में राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को सम्मान मिलना ही चाहिए।
हम सबको सरकार में शामिल नहीं कर सकते, लेकिन कहीं न कहीं उनको उचित सम्मान दे सकते हैं।कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि 18 महीने बाद प्रदेश में चुनाव होने हैं। कार्यकर्ताओं के जोश और सम्मान के बिना चुनाव में कुछ भी करना हमारे लिए संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हाईकमान से बात हो रही जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाला चुनाव हमारे लिए बहुत अहम है। इस चुनाव को जीतकर हम प्रदेश में एक बार कांग्रेस और एक आर भाजपा की सरकार बनने वली मिथ्या को तोड़ देंगे।अलोकतांत्रिक व्यवहार नहीं होना चाहिएभाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया पर हुए हमले को लेकर पायलट ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही सर्वोपरि है और वही फैसला करती है, लेकिन किसी के भी साथ अभद्र भाषा का प्रयोग, हिंसा या फिर अलोकतांत्रिक व्यवहार नहीं होना चाहिए। यह बात हर पार्टी और उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लागू होती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि आक्रमक राजनीति की शुरूआत भाजपा ने ही की है। एजेंसी का गलत इस्तेमाल करना, लोगों को डराना और धमकाना पर सब गलत है।