मास्को. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) से लोगों को निकालने के विचार को खारिज करते हुए कहा कि वह नहीं चाहते कि आतंकवादी यहां शरणार्थी की आड़ में पहुंचें. रूसी समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी. पुतिन ने रविवार को कुछ पश्चिमी देशों के अफगानिस्तान से शरणार्थियों को पड़ोसी मध्य एशियाई देशों में भेजे जाने के विचार की आलोचना की.
राष्ट्रपति ने कहा रूस, पूर्व सोवियत मध्य एशियाई देशों के निवासियों के लिए वीजा मुक्त यात्रा की अनुमति देता है, लेकिन इस तरह की गतिविधि का विरोध करता है. पुतिन ने समाचार एजेंसी तास से कहा, “हम नहीं चाहते कि यहां आतंकवादी शरणार्थियों की आड़ पर पहुंचे.”
समाचार एजेंसी की पिछले सप्ताह की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका और यूरोप में उनके वीजा की प्रक्रिया शुरु की जा रही है. अमेरिका ने अपनी सरकार के लिए काम करने वाले अफ़गानों को अस्थायी रूप से रहने के लिए कई देशों के साथ गुप्त वार्ता की है.
वहीं, दूसरी तरफ, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने दावा किया है कि बगलान प्रांत के पुल-ए-हिसाल, बन्नू, देह सालेह जिलों को फिर से उनके कब्जे में कर लिया गया है. नॉर्दर्न एलायंस के लड़ाकों से इन्हें खाली करा लिया था. तालिबान का दावा है कि उनके लड़ाकों ने नॉर्दर्न अलायंस के लोगों को वहां से वापस लौटा लिया गया है.
इसके साथ ही तालिबान ने सीधे सीधे अमेरिका को धमकी दे दी है. तालिबान ने कहा है कि अगर जो बाइडन सरकार ने अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को 31 अगस्त तक वापस नहीं बुलाया, तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.