संसद में बजट पेश होने के बाद से ही विपक्ष इसको लेकर भाजपा सरकार पर हमलावर है। बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की। राहुल गांधी ने कहा, राष्ट्रपति का भाषण सच से दूर है। इसमें दो इंडिया के बारे में नहीं बताया गया।
84 फीसदी लोगों की आमदनी घट गई है और वे तेजी से गरीबी की तरफ बढ़ रहे हैं। यूपीए की सरकार ने 23 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला था। यह हमारा आंकड़ा नहीं है। राहुल गांधी जब यह बोल रहे थे तो सत्ता पक्ष के सांसद हंसने लगे। इसपर राहुल गांधी ने कहा, यह हमारा आंकड़ा नहीं है। आप हंसिए।
ऐसे चुटकी लेने लगे राहुल गांधी
राहुल गांधी ने भाजपा सरकार को कोरोना का वेरिएंट बता दिया। उन्होंने कहा, एक व्यक्ति को हिंदुस्तान के सभी पोर्ट्स, पावर, ट्रांसमिशन, माइनिंग, ग्रीन एनर्जी सब दे दिया गया। राहुल गांधी ने अडानी का नाम भी लिया। उन्होंने कहा, दूसरी तरफ अंबनी जी पेट्रोल केमिकल, ई कॉमर्स में मोनोपॉली बनाए हुए हैं। पूरा का पूरा धन चुने हुए लोगों के हाथ में जा रहा है।
‘नहीं हो सकता मेड इन इंडिया’
राहुल गांधी ने कहा मेड इन इंडिया करने के लिए लघु एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देना पड़ेगा। लेकिन पिछले 6 साल में मैन्युफैक्चर सेक्टर में 46 फीसदी रोजगार कम हो गए हैं। मुझे बड़े उद्दोगों से परेशानी नहीं है।
मोदी सरकार के नारे बोलने लगे राहुल गांधी
राहुल गांधी ने मोदी सरकार के नारों का जिक्र करते हुए कहा कि नारे लगाकर सरकार देश को गरीब बना रही है। इस हिंदुस्तान को सब कुछ दिख रहा है। लोगों को दिख रहा है कि आज ये आंकड़ा इस सरकार की देन है। आज हिंदुस्तान के 100 सबसे अमीर लोगों के पास 55 करोड़ लोगों से ज्यादा जायदाद है। 10 लोगों के पास 40 प्रतिशत हिंदुस्तान से ज्यादा धन है। ये नरेंद्र मोदी जी ने किया है। मैं प्रधानमंत्री जी को सुझाव देता हूं कि दो हिंदुस्तान जो आप बना रहे हैं इसको जोड़ने का काम शुरू कीजिए।
राहुल गांधी ने कहा, ‘मेरी मां ने 32 गोलियां खाई हैं, मेरे दादा वर्षो तक जेल में रहे हैं। इसलिए हम इस देश की कीमत जानते हैं।’