अयोध्या: हिंदू राष्ट्र की मांग के साथ सरयू नदी में जल समाधि की घोषणा कर जिला प्रशासन को हलकान करने वाले तपस्वी छावनी के महंत जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने एक और बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने मंगलवार को तपस्वी छावनी के महंत समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. उनका कहना है कि देश में हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर कश्मीर से कन्याकुमारी तक यात्रा करनी है, इसलिए वह तपस्वी छावनी मंदिर के सभी पदों से इस्तीफा देते हैं. जिससे वह स्वतंत्र होकर देशभर से हिंदूवादी संगठन को इकट्ठा कर सकें.
7 नवंबर से करेंगे आमरण अनशन
परमहंस आचार्य ने घोषणा की है कि देश भर की हिंदूवादी संगठनों को लेकर वह 7 नवंबर 2023 को दिल्ली के रामलीला मैदान में हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर आमरण अनशन करेंगे. इसके लिए सभी तैयारियां शुरू कर दी हैं. तपस्वी छावनी स्थान की देखरेख के लिए किसी और का होना आवश्यक है इसलिए वह महंत पद से इस्तीफा दे रहे हैं. तपस्वी छावनी से जुड़ी किसी भी जमीन-जायदाद मुकदमे में उनका किसी तरीके से कोई हस्तक्षेप नहीं रहेगा. उन्होंने अपनी प्रसन्नता से यह निर्णय लिया है.
अयोध्या से निकालेंगे हिंदू राष्ट्र जन जागरण यात्रा
परमहंस ने कहा कि 100 करोड़ हिन्दू भाई बहनों की रक्षा के लिए जितने भी हिंदूवादी संगठन हैं, उनको देश को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिए वादा किया है. उसके लिए वह अयोध्या से हिंदू राष्ट्र जन जागरण यात्रा निकालने वाले है. वह देश के कोने-कोने, गांव, सड़क और शहर में जाएंगे. सनातनी हिंदुओं को जगायेंगे. हिंदू राष्ट्र घोषित करवाने में निरन्तर प्रयास करते रहेंगे. यह उनकी अगली रणनीति है. उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी तक की यात्रा का रोड मैप तैयार कर लिया है.
जल समाधि लेने का किया था ऐलान
बता दें कि महंत परमहंस दास ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किये जाने को लेकर 2 अक्टूबर को सरयू नदी में जल समाधि लेने का ऐलान किया था. जिसके बाद जिला प्रशासन ने महंत के इस ऐलान को लेकर उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया था. हाउस अरेस्ट होने पर परमहंस आचार्य ने एक गैलन दिखाते हुए कहा था कि इसमें सरयू का पानी है, मैं आश्रम में ही इस जल में नाक डुबोकर अपने प्राण त्याग दूंगा.
ये गलत है, अगर आप खाना नही खायेगे. तो इतना लम्बा सफ़र केसे चल पायेगे? आप ये भी ढोंग कर ना छोड़ दो! आप से कुछ नहीं होने वाला!