नई दिल्ली: पाकिस्तान मंगलवार को ‘पैरिया’ व्लादिमीर पुतिन का समर्थन करने वाला पहला बड़ा देश बन गया, क्योंकि उसने यूक्रेन पर आक्रमण के बाद रूस के साथ पहले नए व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पिछले गुरुवार को कहा था कि उनका देश रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मिलने के बाद रूस से लगभग 20 लाख टन गेहूं और प्राकृतिक गैस आयात करेगा. उसी दिन बाद में रूस ने पड़ोसी यूक्रेन के खिलाफ सैन्य हमला किया.
पाक के आर्थिक हितों के नाम पर किया समझौता
रिपोर्ट में कहा गया है कि रूस को अंतर्राष्ट्रीय अलगाव का सामना करने और उसकी अर्थव्यवस्था को पंगु बनाने के लिए प्रतिबंधों का सामना करने के बावजूद खान ने क्रेमलिन के खजाने में संभावित अरबों की वृद्धि का बचाव किया है, यह कहते हुए कि पाकिस्तान के आर्थिक हितों को इसकी जरूरत है.
व्यापार समझौते पर किए हस्ताक्षर
उन्होंने दो दिवसीय यात्रा के बारे में कहा, ‘हम वहां गए, क्योंकि हमें रूस से 20 लाख टन गेहूं आयात करना है. दूसरा, हमने प्राकृतिक गैस आयात करने के लिए उनके साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, क्योंकि पाकिस्तान के अपने गैस भंडार कम हो रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘इंशाअल्लाह समय बताएगा कि हमने बहुत चर्चा की है.’
पुतिन ने विदेशी कंपनियों को ब्लॉक करने का दिया निर्देश
पुतिन ने मंगलवार को रूस से बाहर निकलने वाली विदेशी कंपनियों को ब्लॉक करने का निर्देश दिया. उधर, बीपी और शेल ने यूक्रेन के हमले के बाद 20 अरब डॉलर के संयुक्त उपक्रम बेचने का वादा किया.
रूसी प्रधानमंत्री ने की घोषणा
रूसी प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन ने घोषणा की कि राष्ट्रपति ने एक आदेश पर हस्ताक्षर किए किए हैं, क्योंकि पश्चिमी देशों ने प्रतिबंध बढ़ा दिया है, रूबल अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है और रूसी लोग बैंकों पर संकट के बीच एटीएम से नकदी निकालने के लिए रात-दिन कतार में खड़े दिखाई दे रहे हैं.