नई दिल्ली. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए लोकसभा (Loksabha) में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा कि केंद्र सरकार में इतनी कूवत नहीं है कि वो चीन का नाम ले सकें और ये कह सकें कि उसने लद्दाख (Ladakh) में हमारी जमीन कब्जाई है, जवानों को मारा है और अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास गांव बसाया है.
ओवैसी ने कहा, “भारतीय फौज पीपी4 और पीपी8 के बीच पैट्रोल नहीं कर पा रही है. हमारे 20 जवान मारे गए और ये सरकार उनकी शहादत को जाया कर रही है. चीन अब भी सिक्किम और नाकुला में घुसपैठ कर रहा है. सरकार क्या कर रही हैं.
खासतौर पर प्रधानमंत्री, किस चीज से डर रहे हैं. चीन हमारी जमीन पर कब्जा कर रहा है और प्रधानमंत्री चीन का नाम तक नहीं लेते. उम्मीद करता हूं कि प्रधानमंत्री पर धन्यवाद प्रस्ताव के जवाब में बोलेंगे तो हौसला दिखाएंगे और चीन का नाम लेंगे.”
एआईएआईएम नेता ने कहा, “चीन लगातार सीमा पर इंफ्रास्ट्रक्चर और फौज की संख्या को बढ़ा रहा है. मैं सरकार से जानना चाहूंगा कि जब बर्फ पिघल जाएगी और चीन हमारे जवानों पर हमला करेगा, उसके लिए सरकार क्या तैयारी कर रही है.” ओवैसी ने कहा, “केंद्र सरकार को चीन के खिलाफ अरुणाचल प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर बनाना था, लेकिन सरकार टिकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ा रही है.
हमारे किसानों के साथ किस तरह का व्यवहार किया जा रहा है. क्या हमारे किसान चीन की सेना हैं, जो उनके खिलाफ इस तरह का एक्शन लिया जा रहा है. कीलें चीनियों के खिलाफ ठोंकी जानी थी, ठोंकी किसानों के खिलाफ जा रही हैं. ओवैसी ने कहा कि इस सरकार को तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेना होगा और अपने अंहकार किनारे करना पड़ेगा.”