रामपुर: रामपुर के रठौंडा में शनिवार को भाजपा की जन विश्वास यात्रा के समापन के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक जनसभा को संबोधित किया.
इस दौरान उन्होंने रामपुर में 95 करोड़ की 25 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया. मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में समाजवादी पार्टी के सांसद मोहम्मद आजम खां का नाम लिए बिना रामपुरी चाकू के बहाने उन पर खूब सियासी तीर भी चलाए.
सीएम योगी ने कहा, हमने एक जनपद-एक उत्पाद योजना (ODOP) चलाई तो इसके लिए रामपुर में कोई उत्पाद ढूंढे नहीं मिल रहा था. काफी प्रयास के बाद एक ही चीज मिली, वह थी रामपुर का चाकू. लेकिन इस चाकू का उपयोग कैसे करना है, इस पर विचार किया तो मुझे गुरु परंपरा याद आई. अगर अच्छे लोगों के पास शस्त्र होगा तो देश और धर्म की उससे रक्षा की जा सकती है. अगर गलत लोगों के हाथों में होगा तो लूट, खसोट, गरीबों व दलितों की संपत्ति पर कब्जा करने में उसका दुरुपयोग करेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा, रामपुर का चाकू जो कभी रक्षा के काम आता था, जिसके कारण इसका नाम रामपुर से जुड़ा था, समाजवादी पार्टी की सरकार में यह चाकू दलितों की जमीनों और गरीबों की संपत्तियों पर कब्जा करने का माध्यम बन गया था. जिसने जैसा किया, उसको उसका फल भी दे दिया गया. हमने तो पहले ही इस बात को कह दिया था कि भाजपा जो कहती है वह करके दिखाती है. हमने कहा था कि अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत सरकार काम करेगी.
सीएम योगी ने कहा कि जीरो टॉलरेंस का मतलब यही था कि यदि किसी ने सरकारी संपत्ति पर कब्जा किया है, गरीबों की संपत्ति पर या व्यापारियों की संपत्ति पर कब्जा किया है तो उससे कब्जा हटवाकर हकदार को वापस दिया जाएगा. इसके लिए बुलडोजर चलाने में भी गुरेज नहीं होगा. योगी आदित्यनाथ ने मंच से कहा की पिछले विधानसभा चुनाव में मुझे यहां आना था तो मेरा हेलीकॉप्टर नहीं उतरने दिया गया था. याद है ना? फिर उन्होंने अपनी सरकार में कैबिनेट मंत्री की चुटकी लेते हुए कहा, मुझे लगा था बलदेव सिंह औलख जी ने मेरा हेलीकॉप्टर नहीं उतरने दिया था, गलत कोआर्डिनेट शेयर कर दिया था.