विवादित कश्मीर प्रीमियर लीग (KPL) एक बार फिर चर्चा में है। इसे लेकर पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहीद अफरीदी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को धमकी दी है। केपीएल को पिछले साल लॉन्च किया गया था, जिसमें 7 टीमें खेलती हैं। अफरीदी सहित पाकिस्तान में जन्मे प्रमुख खिलाड़ी लीग में खेलते हैं। हालांकि, आईसीसी ने टूर्नामेंट को मान्यता भी नहीं दी है। पिछले साल आईसीसी के एक प्रवक्ता ने स्पष्ट रूप से कहा है था कि टूर्नामेंट आईसीसी के अधिकार क्षेत्र में नहीं है क्योंकि यह एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं है।”
बीसीसीआई ने इस टूर्नामेंट पर आपत्ति जताई है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाल कश्मीर (PoK) के मुजफ्फराबाद में खेला जाता है, जिसे लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच एक विवाद है। पिछले साल इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर और पूर्व साउथ अफ्रीकी क्रिकेटर हर्शल गिब्स समेत अन्य विदेशी खिलाड़ियों ने बीसीसीआई की आपत्ति के बाद अपना नाम वापस ले लिया था।
केपीएल को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड से मंजूरी मिली है और उन्होंने केपीएल में भाग न लेने के लिए खिलाड़ियों पर दबाव बनाने के लिए बीसीसीआई पर निशाना साधा था। उन्होंने बीसीसीआई को इस मामले को आईसीसी के सामने उठाने की चेतावनी भी दी थी, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। पाकिस्तानी मीडिया जियो न्यूज के अनुसार अब अफरीदी को केपीएल-2 का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया। ऐसे में उनसे सवाल किया गया कि इस लीग को लेकर वो बीसीसीआई को क्या संदेश देना चाहेंगे? इसका जवाब देते हुए पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने कहा, “बीसीसीआई को मेरा एक ही संदेश है कि केपीएल 2 हो रहा है।”
शाहीद अफरीदी का भी विवादों से पुराना नाता है और वह कश्मीर का मुद्दा उठाने से पीछे नहीं हटते। वह पहले भी कश्मीर और यहां तक कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी टिप्पणी कर चुके हैं।
हाल ही में भारतीय क्रिकेटर अमित मिश्रा ने यासीन मलिक को लेकर ट्वीट किया था जिसके बाद मलिक को टेरर फंडिंग मामले में सजा मिलने पर अफरीदी ने उनका समर्थन किया था और भारत पर कश्मीरी लोगों और नेताओं पर अत्याचार करने का आरोप लगाया था। साथ ही यूएन को मामले पर संज्ञान लेने को कहा था.