नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य और अब कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद अब सभी निगाहें एक बार फिर ओमप्रकाश राजभर की ओर हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने राजस्थान पत्रिका से पहले ही कह दिया था कि भारतीय जनता पार्टी का एक बड़ा धड़ा टूटकर सपा में शामिल होगा। उनकी बात सच साबित हो रही है।
ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर राजस्थान पत्रिका से बातचीत में कहा है की भारतीय जनता पार्टी के निरंकुश और दलित पिछड़ा वर्ग विरोधी सरकार को खत्म करने की पटकथा वह पहले ही लिख चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी के जो बड़े नेता योगी आदित्यनाथ की सरकार के अंदर घुटन महसूस कर रहे थे उनसे राजभर की बातचीत हो चुकी है। राजभर ने कहा कि 2022 में अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार बनना तय है। भारतीय जनता पार्टी में टूट पक्की है। राजभर ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी को कोई और नहीं बल्कि आदित्यनाथ का कुशासन लोगों को किया गया झूठा वादा आदित्यनाथ की सरकार में जातिवाद महंगाई बेरोजगारी भाजपा के पतन का कारण बनेगा।
उन्होंने कहा कि वह धीरे-धीरे एक-एक किरदार और बड़े बड़े झटके भारतीय जनता पार्टी को देंगे।
14 और 20 जनवरी को देंगे बड़ा झटका
राजभर से आगे की रणनीति पूछे जाने पर उन्होंने पत्रिका को बताया कि 14 और 20 तारीख को वह भाजपा के खिलाफ एक बड़ा धमाका करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि देखते जाइए आगे आगे होता है क्या।
ओमप्रकाश राजभर ने सीटों को लेकर समाजवादी पार्टी के साथ तालमेल पूरा बताया। राजभर ने कहा कि समाजवादी पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन की पहली लिस्ट गुरुवार देर शाम तक आ जाएगी। यह पहले और दूसरे चरण के लिए सभी उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट होगी। उन्होंने कहा सुभाषपा कि जो उम्मीदवार हैं वह चौथे चरण में चुनाव लड़ेंगे।
चौथे चरण से कुछ दिन पहले उनके उम्मीदवारों की लिस्ट आ जाएगी। राजभर साफ कर दिया कि उनकी जो गुपचुप रणनीति है वह भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिए पर्याप्त है। राजभर ने पत्रिका से बातचीत में दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में 50 सीटों पर सिमट जाएगी।